दुर्घटना और तांत्रिक क्रिया के बीच फंसा मामला
इस मामले ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब यह पूरा प्रकरण तांत्रिक क्रिया और दुर्घटना के बीच फंस गया। दरअसल जिस स्थान पर बच्चों के शव मिले हैं वहां पर टायरों के निशान थे और कुछ टूटा हुआ सामान भी पड़ा हुआ था। ऐसे में माना गया कि यह मौत दुर्घटना के कारण हुई है लेकिन इसके बाद परिवार वालों ने कहा कि यह मामला रोड एक्सीडेंट का नहीं बल्कि तांत्रिक क्रिया का है। अपनी बात मनवाने के लिए गुस्साए परिजन सड़क पर आ गए और उन्होंने बड़ागांव देवबंद मार्ग जाम कर दिया।इसके बाद एसपी देहात सागर जैन मौके पर पहुंचे और किसी तरह गुस्साए लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो पसके। परिजनों ने साफ कह दिया कि पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही है और यह पूरा मामला तांत्रिक क्रिया से जुड़ा हुआ है।
राज्यमंत्री ने कहा मुख्यमंत्री से परिवार को दिलवाएंगे आर्थिक मदद
परिवार वालों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसके बाद जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे। उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री बृजेश सिंह भी गांव पहुंचे और ग्रामीणों को समझने की कोशिश की। पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा और समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता कार्तिकेय राणा भी गांव पहुंचे। इन सभी ने मिलकर ग्रामीणों को समझने की कोशिश की। कार्तिकेय राणा इसी गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने भी भरोसा दिलाया कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराए जाएगी और जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। राज्य मंत्री बृजेश सिंह ने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि इस दुर्घटना से उन्हें दुख है और वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करेंगे और परिवार को आर्थिक सहायता के लिए भी मदद करेंगे।