इनकी जेब मे मिल सकता है नोट इमरान मसूद ने दावा किया है कि नरेंद्र मोदी देश के सबसे बड़े घोटालेबाज प्रधानमंत्री के रूप में सामने आएंगे। यह भी कहा कि भाजपा के जो 15-16 लोग चहेते हैं, केवल सरकार उनकी जेब में नोट भर रही है। बाजार से गायब हुआ 2000 का नोट भी उन्हीं की जेब में मिल सकता है। इन 15-16 लोगों में इमरान मसूद ने मुख्य रूप से अंबानी, अडानी और नीरव मोदी जैसे लोगों के नाम गिनाए हैं।
सपा ने भी साधा निशाना उधर, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रुद्रसेन ने बाजार से 2000 के नोट के गायब होने के पीछे सरकार का कोई नया पैंतरा बताया है। उन्होंने कहा है कि यह सरकार धोखे की है। इसका विश्वास नहीं किया जा सकता है। अब सरकार कोई नई चाल चलने जा रही होगी, जिसकी दस्तक बाजार से 2000 का नोट गायब होने से हुई है। इसी तरह से बसपा के जिला अध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद ने भी बाजार से गायब हुए 2000 के नोट के पीछे भाजपा का ही कोई षड्यंत्र बताया है।
यह है मामला दरअसल बाजार से एकाएक 2000 का नोट गायब हो गया है। बैंकों के एटीएम से लेकर कैश काउंटर पर अब 2000 का नोट दिखाई नहीं दे रहा। बैंकों के कैश काउंटर पर आपको 2000 के नोट के बदले 100-100 के नोटों की गड्डियां जरूर मिलेंगी, लेकिन 2000 का नोट अब बैंक में पैसा निकालने जा रहे लोगों को मांगने से भी नहीं मिल रहा। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर अचानक यह 2000 का नोट कहां गायब हो गया। इसी सवाल के साथ पत्रिका ने कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद समेत बसपा के जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद और समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष रुद्रसेन से बात की तो उन्होंने इस तरह से अपनी बात को रखा।
यह भी पढ़ें:
दुल्हन ने लौटा दी बारात,वजह जानकार चौंक जाएंगे आप कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद ने कहा कि यह सरकार घोटालेबाजों की सरकार है।
राहुल गांधी ने नोटबंदी होते ही कहा था कि यह देश का सबसे बड़ा घोटाला है। नोटबंदी ने आज देश को खस्ताहाल कर दिया है। अगर इसी तरह से देश का नेतृत्व चलता रहा तो अगले 10 साल भी यह देश तरक्की नहीं कर पाएगा और लोग खाली जेब हो जाएंगे। 2000 का नोट बाजार से कहां चला गया? सरकार अब जनता को इस सवाल का जवाद दे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आप को बहुत बड़े अर्थशास्त्री मानते हैं जबकि सच्चाई यह है कि वह अर्थशास्त्री नहीं बल्कि घोटालेबाज हैं। आज देश में केवल 14% करेंसी ही चलायमान है। ऐसे में सरकार जनता को यह जवाब दे कि बाकी करेंसी कहां चली गई? उन्होंने यह भी कहा है कि यह सरकार देश के 15 से 16 लोगों को ही लाभ पहुंचा रही है। उन्हीं की जेबों को भरने का
काम किया जा रहा है जिसका खामियाजा आज देश की पूरी जनता भुगत रही है। आने वाले समय में भी देश की जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
भाजपा सरकार की कोई नई चाल बताया इसे वहीं, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष चौधरी
रुद्र सेन बाजार से 2000 का नोट गायब होने के पीछे भाजपा सरकार की कोई नई चाल मानते हैं। कहते हैं कि इस सरकार का कोई भरोसा नहीं किया जा सकता। यह झूठी सरकार है और हो सकता है अब यह सरकार कोई नया पैंतरा चलने जा रही हो। सरकार को सामने आना चाहिए और लोगों को जवाब देना चा हिए कि आखिर यह 2000 का नोट एकाएक कहां गायब हो गया है।
लोगों को उठानी पड़ रही परेशानी बसपा जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद ने कहा कि बाजार से 2000 का नोट गायब होने के बाद लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। अचानक से इस तरह इस नोट का गायब होना किसी बड़ी साजिश की कड़ी हो सकता है, जिस तरह से यह नोट गायब हुआ है उससे तो ऐसा ही लगता है कि इसके पीछे सरकार की ही कोई नई चाल हो सकती है।