हम बात कर रहे हैं सहारनपु रहने वाले तुषार ठाकुर की। तुषार पिछले करीब पांच वर्षों से लगातार रक्तदान करके अपना जन्मदिन मनाते आ रहे हैं। उनका कहना है कि रक्तदान करके वह अपने इस दिन काे विशेष बना लेते हैं और उन्हे ऐसा करके अच्छा लगता है। इस बार भी शनिवार काे उन्हाेंने जिला अस्पताल में रक्तदान करके अपना जन्मदिन मनाया। तुषार बताते हैं कि वह पांच साल में पांच यूनिट रक्तदान कर चुके हैं।
पांच साल पहले घटी एक घटना ने किया प्रेरित आपके मन में जन्मदिन पर रक्तदान करने का विचार कहां से आया ? जब हमने तुषार से इस बारे में पूछा ताे उन्हाेंने बताया कि पांच साल पहले तक उन्हे रक्तदान की अहमियत पता नहीं थी। उनके एक रिश्तेदार काे रक्त की आवश्यकता पड़ी। हालात बेहद नाजुक थी और ब्लड बैंक ( blood bank ) में उनके ग्रुप का ब्लड माैजूद नहीं था। उस दिन ऐसा लग रहा था कि अगर ब्लड नहीं मिला ताे कुछ भी हाे सकता है। उसी दाैरान ब्लड बैंक में रक्तदान करने एक सज्जन आए जिनका ब्लड ग्रुप वही था जाे हमे चाहिए था। एक तरह से उस दिन उन सज्जन ने एक जिंदगी बचा ली थी। तुषार कहते हैं कि उस दिन उन्हे रक्तदान की अहमियत पता चली। वह सज्जन अपने जन्मदिन पर रक्तदान करने आए थे और उस घटना के बाद से वह भी लगातार अपने जन्मदिन पर रक्तदान करते आ रहे हैं।