जब अटल के नाम पर बुला ली थी एतिहासिक भीड़ आईपीएस उपेंद्र अग्रवाल जाे वर्तमान में सहारनपुर के एसएसपी हैं उन्हाेंने भी दुःख के इस वक्त में अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े अपने कुछ संस्मरण पत्रिका से साझा किए हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुःख जताते हुए उपेंद्र कुमार अग्रवाल बताते हैं कि जब वह स्कूल में पढ़ते थे उस वक्त भी लाेगाें में अटल बिहारी वाजपेयी काे लेकर बेहद क्रेज था। उन्हे याद आता है 90 के दशक में बाेकाराें में जब वह आठवी कक्षा में फुसराें शहर में पढ़ते थे ताे यह खबर मिली कि उनके स्कूल के पास वाले मैदान में अटल बिहारी वाजपेई आ रहे हैं। यह खबर लाेगाें के लिए बेहद राेमांचित कर देने वाली थी। यह खबर फैली ताे कुछ ही देर में स्कूल के पास वाले मैदान में लाेगाें की भीड़ इकट्ठा हाे गई। वह खुद भी दाेस्ताें के साथ पहुंच गए। इस मैदान का नजारा देखने लायक था। यहां फुसराें एक छाेटा सा शहर था आैर इस छाेटे से मैदान में हजाराें लाेग इकट्ठा हाे गए। लाेग घंटाें यहीं खड़े रहे बाद में पता चला कि एक स्थानीय नेता यह अफवाह फैला दी थी कि अटल बिहारी वाजपेई आ रहे हैं आैर यह अफवाह फैलाकर उसने अपने प्राेग्राम में एेतिहासक भीड़ इकट्ठा हाे गई थी।
जब मैस संचालक ने छीन ली थी खाने की थाली एसएसपी सहारनपुर उपेंद्र कुमार अग्रवाल के मुताबिक जब वह कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए रांची गए ताे वहां हॉस्टल में रहते थे। एसएसपी बताते हैं कि उस हॉस्टल का मालिक अटल बिहारी वाजपेयी जी का बड़ा फैन था। शाम काे जब स्टूडेंट हॉस्टल के मैस में खाना खाने के लिए जाते थे ताे खाने की टेबल पर राजनीतिक चर्चा हाे जाती थी। एसएसपी बताते हैं कि इस राजनीति चर्चा के दाैरान अगर काेई स्टूडेंट अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में काेई टिप्पणी कर देता था ताे हॉस्टल का मालिक खाने की थाली छीन लेता था। एक बार जब खाना खा रहे थे ताे उनके सामने वाली कुर्सी पर बैठे एक स्टूडेंट ने किसी बात काे लेकर अटल बिहारी वाजपेयी पर टिप्पणी कर दी। इसी दाैरान हॉस्टल का स्वामी आया आैर उसने इस स्टूडेंट से खाने की थाली छीन ली आैर साफ कह दिया कि हॉस्टल के मैस में एेसे किसी व्यक्ति के या स्टूडेंट के लिए खाना नहीं है जाे अटल जी की बुराई करता हाे या उनके प्रति अपने मन में दुर्भावना रखता हाे।