सागर. माघ माह की शुरुआत मकर संक्रांति पर्व से हो गई है। धार्मिक दृष्टि से यह माह काफी विशेष माना गया है। इस पवित्र महीने में स्नान, दान, और पूजा-पाठ को अत्यधिक शुभ माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ मास में भगवान विष्णु की पूजा करना अत्यंत लाभकारी होता है। माघ माह में गुप्त नवरात्र, बसंत पंचमी के साथ-साथ अनेक पर्व आएंगे। इसके साथ ही पूरे माह अनेक व्रत भी रहेंगे। इस माह में भगवान सूर्यदेव के साथ-साथ लक्ष्मीनारायण की आराधना करना अत्यंत फलदायी माना गया है। माघ माह माघ आगामी 12 फरवरी तक रहेगा।
साधना-आराधना के लिए अत्यंत फलदायी
पं. मनोज तिवारी ने बताया कि माघ माह आध्यात्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यह साधना और आराधना दोनों के लिए उत्तम माना गया है, साथ ही यह दान पुण्य कमाने का महीना होता है। इस माह में कई साधु संत एक माह का कल्पवास करते हैं और कठिन साधना करते हैं। इस महीने में भगवान सूर्य देव और भगवान लक्ष्मीनारायण की पूजा का विशेष विधान है। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास का समापन हो गया है। माघ माह में मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत हो जाएगी।
माह के प्रमुख पर्व
17 जनवरी – संकष्टी गणेश चतुर्थी
25 जनवरी – षटतिला एकादशी
26 जनवरी – तिल द्वादशी
27 जनवरी – सोम प्रदोष
29 जनवरी – मौनी अमावस्या
30 जनवरी – गुप्त नवरात्र
3 फरवरी – बसंत पंचमी
4 फरवरी – शीतला सप्तमी
5 फरवरी – भीमा अष्टमी
8 फरवरी – जया एकादशी
10 फरवरी – प्रदोष
12 फरवरी – माघ पूर्णिमा