जंक्शन पर छह प्लेटफॉर्म है, जिसमें 24 घंटे में लगभग 175 ट्रेन की आवाजाही होती है। सफाई का ठेका लेने वाली कंपनी को पटरियों के साथ ही पूरे प्लेटफॉर्म की सफाई करनी होती है, लेकिन कर्मचारियों की संख्या कम करने से काम करने वाले कर्मचारियों पर दबाव ज्यादा रहता है। जंक्शन पर ट्रेन अधिक हैं इस कारण गंदगी होना सामान्य बात है, पर कंपनी को और ज्यादा काम सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए करनी पड़ेगी।
गंदगी फैलाने वालों पर नहीं होती कार्रवाई
स्टेशन पर गंदगी फैलाने वालों पर टीटीइ स्टाफ कार्रवाई नहीं करता है, जिसके कारण लोग यहां वहां थूंकते हैं। हर दिन एक सफाई कर्मचारी की ड्यूटी के केवल गुटखा के दागों को साफ करने में लगाई जाती है, तो आइओडब्ल्यू स्टाफ द्वारा प्लेटफॉर्म को कवर नहीं करने पर मवेशी अंदर आ जाते हैं, जो गंदगी फैलाते हैं, इसके लिए भी सफाई कार्य कराने एक कर्मचारी लगाना पड़ता है।
सफाई नहीं होने पर लग रही पेनाल्टी
सफाई व्यवस्था की निगरानी स्थानीय अधिकारी नियमित रूप से कर रहे हैं। फिर भी गंदगी पाए जाने पर कंपनी पर पेनाल्टी भी लगाई जा रही है। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान जब गंदगी मिलती है, तो कंपनी पर पैनाल्टी भी लगाई जाती है।