जिस जगह यह गो-अभयारण्य बनाया जाना है, उसके बाजू से वन विभाग की करीब 3400 एकड़ जमीन है। वन विभाग की जमीन गोवंश के लिए चरनोई जगह होगी, जिससे बहुत बड़ा क्षेत्र विचरण के लिए रहेगा। पुराने जलस्रोतों को भी उपयोग लिया जाएगा।
गो-अभयारण्य के लिए जो भी निर्माण कार्य होंगे, वह राजस्व की जमीन पर ही होंगे। साथ ही चारों तरफ बाउंड्रीवाल का निर्माण होगा, जिससे गोवंश सुरक्षित रहे।