सागर

कोहरे और बादलों से ठंडा हुआ दिन, 10 किमी की रफ्तार से चली सर्द हवाओं से कांपा शहर

पश्चिमी विक्षोभ से बदला मौसम, नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टी सागर. सर्द हवाओं की रफ्तार, कोहरे और बादलों से शुक्रवार को शहर में कडक़ड़ाती ठंड का एहसास हुआ। 10 किमी की रफ्तार से चली सर्द हवाओं से लोग कांप उठे। सुबह से कोहरा छाया रहा। दिन में हल्की धूप खिली, लेकिन […]

सागरJan 18, 2025 / 01:43 am

नितिन सदाफल

कोहरे और बादलों से ठंडा हुआ दिन

पश्चिमी विक्षोभ से बदला मौसम, नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के स्कूलों की छुट्टी
सागर. सर्द हवाओं की रफ्तार, कोहरे और बादलों से शुक्रवार को शहर में कडक़ड़ाती ठंड का एहसास हुआ। 10 किमी की रफ्तार से चली सर्द हवाओं से लोग कांप उठे। सुबह से कोहरा छाया रहा। दिन में हल्की धूप खिली, लेकिन धूप का एहसास लोगों को नहीं हुआ। घरों से लोग गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकले। शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री कम 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। शीतलहर के चलते शनिवार को भी कक्षा नर्सरी से कक्षा 8 वीं तक के स्कूलों की छुट्टी रहेगी।

अभी नहीं मिलेगी ठंडी से राहत

मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम में परिवर्तन आया है। आगामी दो दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। शनिवार को सागर जिले में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।18 जनवरी से अगले पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई है। यह उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित करेगा। हिमालय की बर्फीली हवा की रफ्तार बढ़ जाएगी, जो मध्यप्रदेश में भी आकर ठिठुरन बढ़ा देगी। सागर में भी इसका असर देखने को मिलेगा।

आज भी रहेगी स्कूलों की छुट्टी

जिले में चल शीतलहर की वजह से शनिवार को भी नर्सरी से कक्षा 8 वीं तक के विद्यार्थियों की छुट्टी रहेगी। कलेक्टर संदीप जीआर ने नर्सरी से कक्षा 8 वीं तक के अध्ययनरत छात्र- छात्राओं का 18 जनवरी को भी अवकाश जारी कर दिया है। जिले में संचालित शासकीय, अशासकीय, सीबीएसई, आईसीएससी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा।

शीतलहर से बचने के उपाय

मौसम विभाग के अनुसार लंबे समय तक शीत के संपर्क में रहने से मस्तिष्क को गंभीर क्षति हो सकती है इस अवस्था को हाइपोथर्मिया कहा जाता है। इसके कारण अनिद्रा, मांसपेशियों में अकड़न और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसी अवस्था में तत्काल चिकित्सीय सहायता लें।
– त्वचा हाथ-पैरों की अंगुलियों में रक्त वाहिकाएं संकरी हो जाती हैं, इसलिए ठंड में बाहर कम समय बिताएं।

– शीत लहर के अत्यधिक प्रभाव से त्वचा पीली, सख्त एवं लाल फफोले पड़ सकते है। यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसे गैंगरीन भी कहा जाता है। यह अपरिवर्तनीय होती है। अत: शीत लहर के पहले लक्षण पर ही चिकित्सक की सलाह लें।
– वाहन को धीमी या औसत गति पर चलाएं, आगे की गाड़ी से पर्याप्त दूरी बनाए रखे एवं फॉग लैंप का इस्तेमाल करें।

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