सभी से करें चर्चा, उसके बाद लें निर्णय मनोज श्रीवास्तव ने निर्देश दिए की किसी भी जिले, तहसील, विकासखंड, ग्राम, नगरीय निकाय के पुनर्गठन में विशेष रूप से जन प्रतिनिधियों, आमजन, सामाजिक संगठन, किसान, स्वयं सेवी संस्थाएं के पदाधिकारी सदस्यों से चर्चा करें। नागरिकों से अपील की गई कि लोग अपने महत्वपूर्ण सुझाव दें, सभी लोग अपने-अपने अनुभव और अपने-अपने पक्ष को पूरे तर्कों के साथ प्रस्तुत करें ताकि युक्तियुक्तकरण का काम जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।
जीपीएस व गूगल मैप का भी प्रयोग किया जाए- पुनर्गठन के दौरान सीमांकन में जीपीएस व गूगल मैप का भी प्रयोग किया जाए। सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द प्रस्ताव तैयार कर संभाग कमिश्नर के समक्ष प्रस्तुत करें, जिससे कि शासन की मंशानुसार आगे की कार्रवाई की जा सके। संभाग, जिला, तहसील, जनपद व प्रशासनिक इकाइयों के पुनर्गठन के संबंध में अनुशंसाएं, भविष्य में नवीन प्रशासनिक इकाइयों के गठन और उनकी पदीय संरचना के युक्तियुक्तकरण की अनुशंसाएं मांगी गई हैं। योग भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए जनता को आसानी से प्रशासनिक सेवाएं देने के लिए वर्तमान संभाग, जिला, तहसील और जनपद, विकासखंडों पर सुझाव लिए जाएंगे।