कलेक्टोरेट के नए परिसर में सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (सीसी एंड सीसी) कक्ष की स्थापना की जाएगी। इसी जगह से स्मार्ट सिटी योजना के तहत नियुक्त होने वाली टीम शहर में हर काम पर नजर रखेगी। सुरक्षा, यातायात, वाटर सप्लाई, गैस कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि आंकड़ों समेत अन्य प्रकार की गतिविधियों पर सीसी एंड सीसी से ही नजर रखी जाएगी। खास बात यह है कि इस फीचर की पहुंच शहर के हर कोने तक होगी।
शहर में मल्टी पर्पस कम्युनिकेशन नेटवर्क स्थापित किया जाएगा, जो वायरलेस सेंसर नेटवर्क कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा। इसकी मदद से व्यक्ति अपनी शिकायत तत्काल सीसी एंड सीसी को पहुंचा सकेगा और उसके लिए वहां से तत्काल मदद मुहैया कराई जाएगी। सूचना तंत्र को मजबूत बनाने के लिए वेब पोर्टल, कस्टमर केयर, मोबाइल एप, एफएम रेडियो कम्युनिकेशन, वाई-फाई जैसी सुविधाएं भी शहरवासियों को दी जाएगी।
165 सर्विलेंस कैमरा करीब 55 किमी लंबी सड़कों पर लगाए जाएंगे।
126 सर्विलेंस कैमरा दुर्घटना वाली चिन्हित जगहों पर लगाए जाएंगे।
14000 सोलर पैनल स्ट्रीट लाइट्स पर लगाए जाएंगे।
14000 ऑटोमेटिक सोलर पैनल स्ट्रीट लाइट्स को बढ़ाने के लिए लगाए जाएंगे।
18 पर्यावरणीय सेंसर शहर के प्रमुख स्थलों पर लगाए जाएंगे।
04वन स्टॉप्स सेंटर महिलाओं के लिए बनाए जाएंगे।
04 सेंसर हर तीन किमी के बाद शहर में स्थापित किया जाएगा।
11 सिग्नलाइज्ड जंक्शन बनेंगे।
06 पर्यावरणीय सेंसर के साथ सिग्नलाइज्ड जक्शन बनाए जाएंगे।
06 स्थानों पर पर्यावरणीय सेंसर लगाए जाएंगे।
01 कमांड सेंटर कलेक्टोरेट परिसर में स्थापित किया जाएगा।
40 से ज्यादा स्थानों पर सिटी बस के स्टॉप बनेंगे।