सागर. प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए भले ही एसबीआई जैसे राष्ट्रीयकृत बैंकों में बड़े-बड़े विज्ञापन देखने मिलते हो, लेकिन हकीकत में ये बैंक कैसे लोगों को डिजिटल इंडिया से दूर करने में लगे हुए है इसके उदाहरण डिजिटल होते इंडिया पर थोपे जाने वाले टैक्स हैं। ऑनलाइन ट्रांजक्शन से लेकर एटीएम से निकाले जाने वाले रुपए और एटीबीएम से जमा होने वाले रुपयों पर अतिरिक्त चार्ज लोगों को महंगा पड़ रहा है। ऐसे में अब लोग वापस नकदीकरण की ओर ही जाने लगे है। इधर एसबीआई ने अपनी एक और सुबिधा के नवीनीकरण पर तीन गुना रेट्स बढ़ा दिए हैं।
भारतीय स्टेट बैंक द्वारा नवीन एटीम बनवाने वालों को तगड़ा झटका दिया हैं। अब तक पुराना एटीएम गुम जाने, टूट जाने जैसी स्थिति में नवीन एटीम बनाने के लिए महज १०० रुपए और टैक्स मिलाकर करीब १२० रुपए का खर्च उपभोक्ता को आता था, लेकिन एसबीआई ने उपभोक्ताओं की बड़ती संख्या और एटीम के बढ़ते उपयोग को देखते हुए इसके रेट तीन गुना कर दिए हैं। अब नया एटीएम बनवाने के लिए आपको करीब ३५० रुपए बैंक को अदा करने होंगे। जो कि पहले की रेट से करीब तीन गुना हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं की परेशानी बढऩा लाजमी है। इस संबंध में स्थानीय बैंक अधिकारियों का कहना है कि उच्च कार्यालयों से ही चॉर्ज तय होते हैं। हमें आदेश आता है और फॉलों करना शुरू कर देते हैं। यह कब और क्यों बढ़ाए गए हैं, कहा नहीं जाता है।
एटीएम के बारे में जानकारी आजकल तो हर किसी के पास BANK में Account होता है क्यू की Bank एक ऐसी सुविधाजनक और कभी भी हमे अपने Money की Security देती है और Bank में हम कभी भी अपना पैसा जमा कर सकते है और कभी भी निकाल सकते है, लेकिन दोस्तों कुछ Time पहले हम इस Type के सारे Transaction सिर्फ हम अपने Related Bank Branch से ही ही कर पाते थे
लेकिन जब से Banking में ATM का आविष्कार हुआ मानो हमारी Life ही Change हो गयी है ATM के अत्यधिक सुविधाजनक और कही से भी कभी भी Transaction कर सकते है जो की हम सब की Life के लिए एक तरह से वरदान भी है, और इस वरदान को असली रूप Bank द्वारा दिया जाने वाला हमारे Account के उपर दिया जाने वाला Debit card है.
एटीएम क्या है ATM से पैसा निकाला जाता है, लेकिन आप सबको एक बार फिर से बता रहे है जब ATM एक प्रकार का Withdrawal Counter ही है जो की Automatic चलता है इसे चलाने के लिए किसी Person की जरुरत नही होती इसे जो चाहे व्यक्ति वह उसे Use कर सकता है, पहले जब ATM Banking में नही आया था तो हमे अपने Account से पैसे निकलाने के लिए Bank Branch में घंटो Line लगाना पड़ता था, लेकिन जब से ATM का आना हुआ है अब हमे खुद के अपने Money निकलाने के लिए घंटो Line नही लगाना पड़ता है.ATM यानि Automated Teller Machine के रूप में जाना जाता है जिसका सीधा सा अर्थ है स्वचालित लेनदेन करने वाली मशीन.
D आजकल हर किसी के पास तो Bank Account तो होता ही है तो अब सभी Bank Account open करते ही हमे एक प्रकार का Card देते है जो की पूरी तरह से SECURE होता है यानी card से related सारे INFORMATION सिर्फ हमे ही बताया जाता है इस card को ही हम सभी DEBIT CARD के नाम से जानते है जो को ATM Transaction Machine में इसका USE MONEY Transaction के लिए किया जाता है अगर हमारे पास ये DEBIT CARD न हो तो फिर ATM मशीन होने का कुछ भी फायदा नही. इसलिए जिन लोगो के अभी भी ATM DEBIT card न हो वे सभी लोग अपने Bank Branch से DEBIT Card Request द्वारा हम सभी इसे प्राप्त कर सकते है या कह सकते है DEBIT CARD एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा हमे अपने सारे पैसे कही भी एक साथ ले जाने की जरूरत नही है और हमे जब जितना भी आवस्यकता हो हम अपने DEBIT CARD के द्वारा अपने ACCOUNT में उपलब्ध Money कभी भी कही से भी निकाल सकते है.
एटीएम के फायदे ATM के आ जाने से हमे अपने कई प्रकार से FINANCIAL आजादी मिली है जो की एक Time में अपने पैसे को सुरक्षा लेकर सबके मन में एक प्रकार का भय रहता था लोग अपने ही Money को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में Problem में रहते थे लेकिन ATM के अविष्कार ने लोगो को काफी हद तक सुरक्षा प्रदान की है तो आईये जानते है ATM के फायदे-
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