विधायक एसडीएम के सामने अपना रौब झाड़ रहे थे। लेकिन एसडीएम केएल मीणा बातों को सुन रहे थे। इस दौरान विधायक ने गुस्से में कहा कि आप कैसे अधिकारी हैं साहब, आप बात ही नहीं सुन रहे हैं। विधायक भड़क गए और एसडीएम के साथ तुम तड़ाक पर ऊतर आए। उन्होंने एसडीएम से कहा कि सुनो, अभी तुम नए-नए आए हो। आपको तरीका पता नहीं है कि एक एमएलए से किस तरह से बात करना है।
बीजेपी विधायक महेश राय अपने समर्थकों के साथ एसडीएम के पास बिजली की समस्या लेकर पहुंचे थे। आईएएस केएल मीणा अभी नए हैं और वे प्रशासनिक बारीकियों को सीख रहे हैं। साथ ही बीना एसडीएम के प्रभार में हैं। विधायक जब ज्ञापन देने पहुंचे तो एसडीएम ने कहा कि तहसीलदार को दे दो। उसके बाद विधायक भड़क गए। और एसडीएम को सलीका सिखाने लगे।
इन पर भी लगे हैं आरोप
बीजेपी विधायक महेश राय अकेले नहीं हैं, जिन पर अधिकारी से बदसलूकी के आरोप लगे हैं। मध्यप्रदेश में पिछले एक महीने की बात करें तो करीब आधा दर्जन से ज्यादा बीजेपी नेताओं पर अधिकारियों के साथ बदसलूकी के आरोप लगे हैं। पिछले दिनों इंदौर में बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम अधिकारी की पिटाई की थी। सतना में बीजेपी के नगर पंचायत अध्यक्ष ने सीएमओ को पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया था। वहीं, दमोह में भी बीजेपी का एक नेता बल्ला लेकर अधिकारी को धमकाने पहुंचा था।