सस्ता सोना दिलाने के नाम पर 2.02 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में मोतीनगर थाना पुलिस ने हालही में आरोपी नितिन बलेचा को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में जुर्म स्वीकार किया है तो वहीं उसके पास से पुलिस ने 34.50 लाख रुपए भी जब्त किए हैं। इसके बाद जब हमने नितिन के संबंध में पड़ताल की तो हर रोज एक नया किस्सा सामने आ रहा है।
– 2007 में आया था सागर
नितिन 2007 के पहली बार दिल्ली से सागर आया था। सबसे पहले वह तिली क्षेत्र स्थित सनराइज टाउन में एक किराए के मकान में रहा, इसके बाद मनोरमा कॉलोनी में लंबा समय बिताया। सूत्रों का कहना है कि नितिन करीब 7-8 साल यानी 2014-15 तक सागर में रहा है। आरोपी ने एक साल में अपना नेटवर्क फैलाया और जिले के बड़े-बड़े लोगों के संपर्क में आया। नितिन ने वर्ष 2008 में आइपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के पहले ही सीजन में सट्टा खिलाना शुरू कर दिया। उसने एक के बाद एक दांव लगाए और रुपए जीतता चला गया। यह सब देख उसके साथ उठने-बैठने वाले कई लोगों ने हाथ आजमाया और आइपीएल सट्टे से तगड़ा रुपया कमाया।
– विदेश में होटल, कई देशों के वीजा
पुलिस के अनुसार आरोपी नितिन बलेचा ठगी का मास्टर माइंड है। उसके खिलाफ सागर के अलावा भोपाल, रायसेन सहित अन्य जिलों के साथ दूसरे प्रदेशों में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। उसने ठगी कर-करके करोड़ों रुपए कमाए और जब उसके कुछ साथियों का भंडाफोड़ हुआ तो वह विदेश भाग गया। पुलिस के अनुसार नितिन का थाइलैंड में होटल है तो इसके अलावा उसके पास ब्रिटेन, दुबई, बैंकॉक, श्रीलंका, कंबोडिया सहित कई अन्य देशों के वीजा भी हैं। गिरफ्तारी के बाद आरोपी के पास से जब्त उसके पासपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है।
– कुछ बदनामी के डर से नहीं आ रहे सामने
सूत्रों की माने तो नितिन ने शहर व जिले के कई लोगों को सस्ता सोना दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए का चूना लगाया है, जिसमें से शिकायत केवल बाघराज वार्ड निवासी विकास तिवारी ने की और पुलिस ने एफआइआर भी दर्ज कर ली। इसके अलावा जो लोग ठगे गए हैं वह खुद की बदनामी के डर से शिकायत करने सामने नहीं आए हैं। उन्हें डर है कि यदि शिकायत की तो उनके नितिन के साथ रहे पुराने संबंधों का खुलासा हो जाएगा।