मिली जानकारी के अनुसार किसानों ने इसकी शिकायत तहसीलदार राजेश पांडेय से की है। जिसमें किसान लक्ष्मीनारायण मिश्रा, कमला पाण्डेय, वृंदावन पटेल तिखी, उमाशंकर तिवारी, रघुवीर घोषी, नरेन्द्र पटैल ने बताया कि रहली स्थित एक खाद बीज की दुकान से खरपतवार नाशक दवा खरीदी थी। जिसका खेत में छिड़काव किया। जिसके बाद कचरे के साथ गेहूं की फसल $खराब हो गई। किसानों ने मुआवजा की मांग करते हुए कार्रवाई की मांग की है। वही मामले में तहसीलदार पाण्डेय ने वरिष्ठ कृषि विस्तारक अधिकारी मनोज श्रीवास्तव को दवा विक्रेता दुकान से सैंपल एकत्र करने के लिए निर्देशित किया है।
किसानों ने बताया कि खरीब फसल में भी मौसम अनुकूल न होने से काफी नुकसान हुआ था। सोयाबीन सहित अन्य फसलें सही नहीं होने से पहले से ही आर्थिक रूप से परेशान हो रहे थे। इसके बाद अब रबी की फसल में भी नुकसान हो गया है। कुछ किसानों ने बताया कि रहली क्षेत्र अंतर्गत एक दुकान से गेहूं की फसल में उत्तन्न खरपतवार को खत्म करने के लिए दवा खरीदी थी। जिसके छिड़काव के बाद कचरे के साथ-साथ गेहू की फसल भी चौपट हो गई। जिसका सर्वे कराकर शीघ्र मुआवजा मिलना चाहिए।