हड़कल खाती सरपंच प्रतिनिधि अवधेश तिवारी, रौनक हुरकट आदि ने बताया कि रिफाइनरी के आसपास पांच किमी के एरिया को नो डेवलपमेंट घोषित किया गया है, जिससे लोग मकान तक का निर्माण नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही हड़कल खाती में बीपीसीएल ने एक हिस्से में फेंसिंग कर गेट लगा दिया है, जिससे किसानों को निकलने में परेशानी हो रही है। सांसद ने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब एक प्लान बनाया था, जिसमें नई टाउनशिप बननी थी, इसके साथ ही अन्य कार्य होने थे।
ग्राम सतौरिया पहुंचे सांसद दिग्विजय ने कहा कि उनका एक ही एजेंडा है पंचायती राज को मजबूत करना। उन्होंने कहा कि सरपंच किसी पार्टी में रहे इससे कोई ऐतराज नहीं है। पंचायतों को अधिकार मिलने चाहिए। क्योंकि यह जनता की लड़ाई है, पार्टी की नहीं, क्योंकि लोगों को छोटी-छोटी बातों को परेशान होना पड़ रहा है। इस अवसर पर पूर्व मंत्री प्रभू सिंह, जिलाध्यक्ष आनंद अहिरवार, पूर्व विधायक तरबर सिंह, मुन्ना सिंह, इंदर सिंह, रक्षा राजपूत, अभिषेक बिलगैंया, विवेक मिश्रा, उमा नवैया, ममता अहिरवार, डॉ. ओमप्रकाश कैथोरिया, रामकिशन अरिहवार आदि उपस्थित।
ग्रामीणों से चर्चा करने ओर आवेदन लेने के बाद शाम को दिग्विजय सिंह वापस रिफाइनरी पहुंचे और ग्रामीणों ने जो समस्याएं बताईं उनके संबंध में अधिकारियों से चर्चा की। जांच कर मामला दर्ज करने के दिए निर्देश
ग्राम जौध निवासी सरदार पिता रामप्रसाद चढ़ार की मौत 26 सितंबर को जेपी थर्मल पावर प्लांट में कोक सायलो साइड पर हुई थी। प्रबंधन की लापरवाही से यह हादसा हुआ था, जिसपर दिग्विजय सिंह ने मृतक के घर पहुंचकर परिजनों से चर्चा की और सिरचौंपी चौकी प्रभारी को मामले की जांच कर लापरवाह अधिकारियों पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए।