सागर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कथा का आयोजन 24 अप्रेल से 30 अप्रेल तक किया जाना है। पं. धीरेंद्र शास्त्री की कथा के दौरान 26 और 27 अप्रेल को दिव्य दरबार और दिव्य दर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पं. शास्त्री का दिव्य दरबार जहां भी लगा है, वहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। बुधवार को यहां दिव्य दरबार में कई लाख लोगों के आने का अनुमान है।
कथा के दूसरे दिन ही यहां 1 लाख से अधिक भक्त पहुंचे। इधर मुख्य पंडाल में केवल 30 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था थी। आयोजन समिति की लापरवाही के कारण दूर-दूर से कथा सुनने आए हजारों भक्त तपती धूप में ही कई घंटों तक खड़े रहे। पंडाल में भी लोग भीषण गर्मी में परेशान दिखे।
कथास्थल पर बनी भोजनशाला में मंगलवार को 25 हजार से ज्यादा भक्तों ने भोजन किया, लेकिन बैठने तक के इंतजाम नहीं थे। एक ही भोजनशाला होने की वजह से भक्तों की भीड़ जमा हो गई। भोजनशाला में बैठने की सही व्यवस्था न होने की वजह से काली मिट्टी में बैठकर लोगों ने भोजन किया। मिट्टी में बैठने से कई भक्तों के कपड़े खराब हो गए।
प्रसाधन की भी दिक्कत
कथा स्थल से प्रसाधन की सुविधा दूर होने की वजह से महिलाएं दिनभर परेशान होते रही। पंडाल से प्रसाधन की सुविधा दूर रखी गई। घंटों तक पंडाल में बैठने वाली महिलाओं को परेशानी हुई। वहीं भक्तों के लिए टैंकर का उबला हुआ पानी पिलाया गया। कई स्थानों पर पानी ना मिलने की वजह से भक्त परेशान हुए।