सागर. शहर में कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश के चलते जर्जर भवन अपने आप ढहने लगे हैं। ऐसी ही घटना बीती रात जवाहरगंज वार्ड में सामने आई। रात करीब 12 बजे नगर निगम के बाढ़ नियंत्रण को लेकर बनाए गए कंट्रोल रूम में एक मकान का पीछे का हिस्सा गिरने की सूचना मिली। निगमकर्मियों ने तत्काल ही इसकी सूचना निगमायुक्त राजकुमार खत्री को दी। निगमायुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रात को ही अपनी टीम को तैयार किया और मौके पर पहुंच गए। निगमायुक्त खत्री ने बताया कि उक्त भवन जर्जर था, जिसमें एक महिला निवासरत थी। महिला को दूसरी जगह शिफ्ट कराया और रात में ही जो खतरनाक हिस्सा दिख रहा था, जिसको गिराया गया। इसके बाद शुक्रवार की सुबह टीम को दोबारा मौके पर भेजा गया और पूरा जर्जर भवन गिराया गया। निगमायुक्त ने लोगों से अपील भी की है कि वे जर्जर व खतरनाक श्रेणी के भवनों में निवास न करें। इससे दुर्घटना की आशंका रहती है।
दो जर्जर मकानों को गिराया, तो वृंदावन वार्ड में भवन मालिक ने खुद ही तोड़ा
शाहपुर हादसे से सबक लेकर नगर निगम क्षेत्र में जर्जर भवनों को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने जवाहरगंज वार्ड में शिवशंकर केसरी के दो जर्जर व क्षतिग्रस्त मकानों को जमींदोज किया। इसके साथ ही वृंदावन वार्ड में गौरीशंकर पटेल के जर्जर मकान को मकान मालिक द्वारा स्वयं गिराया गया। निगम प्रशासन ने शहर के सभी 48 वार्डों के जर्जर व खतरनाक भवनों को चिन्हित किया और अब उनको गिराने की कार्रवाई की जा रही है।