इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आरोपी पूर्व प्राचार्य रामलला शुक्ला को तत्काल गिरफ्तार करो। महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल सहित पीएम-सीएम और एससी-एसटी आयोग को संबोधित दस सूत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपा है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अफसरों को चेतावनी दी है कि पांच दिन के भीतर गिरफ्तार नहीं किया गया तो पूरा सामाज उग्र आंदोलन करेगा।
टीआरस के छात्र रामबदन साकेत के आवेदन पर पूर्व प्राचार्य रामलला शुक्ल पर सिविल लाइंस थाने में एससी-एसटी एक्ट का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। पूर्व प्राचार्य की गिरफ्तारी नहीं किए जाने से नाराज एससी-एसटी और अल्पसंख्यक सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया। दोपहर बाद विवेकानंद पार्क में एकत्रित होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और प्रदर्शन किया।
ज्ञापन के दौरान कलेक्ट्रेट के सामने बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने हुंकार भरी और कहा कि अन्याय अत्याचार करने वाले को सलाखों में डालो। शिक्षा को शर्मशार करने वाले पूर्व प्राचार्य को तत्कालीन गिरफ्तार करो। जुलूस के दौरान स्लोगन से लिखी तख्तियां लेकर छात्र नारे लगा रहे थे। बाद में एसडीएम विकास की समझाइस के बाद ज्ञापन देकर शहर में रैली निकाली।
इस दौरान पूर्व जिपं सदस्य रामायण साकेत, शहीद अंसारी, रामानुज सोंधिया सहित सैकड़ों की संख्या में छात्र और अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक छात्र संघ, मुस्लिक राष्ट्रीय स्वसं सेवा संघ, पंचशील उत्थान समिति सहित अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए।