पूरा मामला सिविल लाइन थाने के बनकुंईया तिराहा के समीप स्थित एटीएम बूथ का है जहां यह गड़बड़ी सामने आई है। यहां पर लगी एटीएम मशीन में आरोपियों ने टेप लगा दिया था। दरअसल जब कोई पैसा निकालने के लिए कार्ड लगाता है और अपना पिन नम्बर डालता है तो मशीन रुपए गिनकर बाहर भेज देती है लेकिन मशीन के अंदर टेप लगा होने से उनका किनार फंस जाता है और रुपए बाहर नहीं आते है। जब पीडि़त वहां से वापस चला जाता है तो बूथ के आसपास सक्रिय आरोपी रुपए निकाल लेते है। इस टेप का इस्तमाल वे एक बार ही कर पाते है। पीडि़त व्यक्ति को लगता है कि एटीएम से रुपए नहीं निकले जबकि उसके खाते से बैलेंस कट जाता है।
एटीएम का रखरखाव करने वाले कर्मचारियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने सिविल लाइन थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है जिस पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि इन घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों का पता नहीं चल पाया है। इस तरह से आरोपियों ने कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। अभी तक पीडि़तों को अपने साथ हुई ठगी की जानकारी भी नहीं होगी।
इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपी स्कूल व कालेज के छात्र हो सकते है। पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो टेप चिपकाने वाले आरोपियों के चेहरे उसमें कैद हुए है। आरोपी टाई लगाकर आए हुए थे और उनकी उम्र भी 18 से 20 वर्ष के आसपास थी। संभावना जताई जा रही है कि आरोपी स्थानीय है और वे स्कूल व कालेज में पढ़ाई करते है जिनके द्वारा इस तरह के कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है।
एटीएम मशीन में टेप चिपकाकर ठगी करने की घटनाएं प्रकाश में आई है। आरोपी जिस स्थान से रुपए निकलते है वहां पर टेप चिपका देते है जिसकी वजह से नोट उसमें फंस जाती है। खाते से रुपए कट जाते है लेकिन मशीन से बाहर नहीं आते है। रुपए निकालने से पहले मशीन को अच्छी तरह चेक कर ले। यदि उसमें टेप लगा हुआ है तो उसे हटाकर रुपए निकाले। जब भी ऐसी स्थिति किसी के साथ हो तो एक बार अच्छी तरह मशीन को चेक कर ले। यदि नोट अंदर फंसे है तो उन्हें बाहर निकाल ले। अहतियात बरतकर इस तरह से ठगी की घटनाओं से बचा जा सकता है।