बता दें कि मध्य प्रदेश में उपचुनाव की घंटी बज चुकी है। आदर्श आचार संहिता लागू है लेकिन रीवा उसके दायरे में नहीं आता। ऐसे में मुख्यमंत्री ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और राज्य व केंद्र सरकार की उपलब्धियों की फेहरिश्त मौजूद लोगो के सामने रख दी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में के महानगरों, इंदौर, भोपाल, जबलपुर से ज्यादा बेहतर सुविधाएं रीवा के लोगों को मिलेंगी। कहा कि तीन वर्ष के अंदर ही हम रीवा जिले के अंदर किसी भी गांव में हैंडपंप की जरूरत महसूस नहीं होने देंगे, हर घर में हम नल-जल योजना के माध्यम से पीने के पानी की आपूर्ति होने लगेगी। इस मौके पर सीएम ने स्थानीय विधायक राजेंद्र शुक्ल की जमकर तारीफ की। कहा वो लगातार क्षेत्र के विकास के लिए मुझ पर दबाव बनाते रहते हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं की लिस्ट रखते हुए बताया कि भाजपा सरकार किस तरह से आमजन के लिए कार्य कर रही है। इस अवसर पर उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं की न केवल ब्रांडिंग की बल्कि अपनी सरकार की योजनाओं को एक बार पुनः गरीब मजदूर और समाज के अंतिम सिरे पर खड़े व्यक्ति के लिए होना बताया।
सीएम ने कहा कि आने वाले दिनों में रीवा को देश का नंबर एक जिला बनाकर छोड़ेंगे। इस अवसर पर वह प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को आड़े हाथों लेने से नहीं चूके। कहा पहले वो अपने गिरेबान में झांक कर देखे।
इस मौके पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग, पूर्व मंत्री विधायक राजेंद्र शुक्ला, सांसद जनार्दन मिश्रा, केपी त्रिपाठी, नागेंद्र सिंह सहित सभी विधायक मौजूद रहे।