मानवता को शर्मसार कर देने वाला यह मामला समान थाना क्षेत्र में सामने आया है। शिवशंकर सिंह 55 वर्ष निवासी ललपा थाना समान 6 माह पूर्व अपने दोस्त की बच्ची को गोद लिया था। दरअसल उसको संतान नहीं थी और उसके दोस्त के 6 बच्चे थे जिस पर उसने दोस्त से बड़ी पुत्री को यह कहकर गोद लिया था कि वह पढ़ाई-लिखाई कराएगा और उसकी शादी करेगा। दोस्त की बातों में आकर पिता ने अपनी पन्द्रह साल की पुत्री उसे दे दी। करीब माह भर पूर्व वह बच्ची को लेकर रीवा आया था जहां अपने घर में रखे हुए था। वह बच्ची पर एक संतान पैदा करके उसे देने का दबाव डाल रहा था। जब किशोरी नहीं मानी तो उसने किशोरी के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास करने लगा। किसी तरह से अपने आपको किशोरी ने उससे बचाया।
किशोरी घर से पानी भरने के लिए बाहर निकली और नल में बाल्टी छोडक़र पैदल ही थाने पहुंच गई। उसने जब थाना प्रभारी को अपनी आप बीती बताई तो उसे सुनकर खुद उनके भी होश उड़ गए। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
इस घिनौनी घटना को अंजाम देने वाला आरोपी शिवशंकर ङ्क्षसह छत्तीसगढ़ में एक बर्तन की दुकान में काम करता था। दुकान में ही उसके साथ दोस्त काम करता था। करीब 6 महीने पूर्व उसने अपने दोस्त को नि:संतान होने की दुहाई देते हुए एक बच्ची गोद देने की बात रखी थी। गरीबी के दौर से गुजर रहे दोस्त उसकी बातों में आ गया। उसके खौफनाक इरादों से अंजान दोस्त ने अपनी बड़ी बच्ची उसे दे दी। पांच माह तक वह बच्ची को छत्तीसगढ़ में ही रखे रहा तब तक सबकुछ ठीक था लेकिन रीवा आते ही उसका असली चेहरा सामाने आ गया।
इस पूरी साजिश में उसकी पत्नी भी शामिल थी। बच्ची को संतान प्राप्ति के लिए गोद लेने की साजिश दोनों ने मिलकर रची थी। जब वह बच्ची को लेकर रीवा आया तो पत्नी के सामने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया था लेकिन बच्ची के विरोध के कारण वह कामयाब नहीं हो पाया। पीडि़ता के बयान के बाद पुलिस ने पत्नी को भी नामजद कर गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी को संतान नहीं थी जिस पर उसने अपने दोस्त की बच्ची को गोद लिया था और एक महीने पहले उसे रीवा लेकर वह आया था। वह पीडि़ता ने शारीरिक संबंध बनाकर संतान पैदा करने के लिए कह रहा था। घर से भागकर वह थाने में शिकायत दर्ज करवाने आई थी। आरोपी दम्पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में जो तथ्य सामने आऐंगे उस आधार पर कार्रवाई की जायेगी।
शशि धुर्वे, थाना प्रभारी समान