इस संबंध में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत यदि एक व्यक्ति के पास आयुष्मान कार्ड है तो उसे परिवार के अन्य सदस्य को भी आयुष्मान योजना से उपचार की सुविधा दी जायेगी। इसके लिए पीडि़त को खाद्यान्न पर्ची अथवा समग्र आईडी प्रस्तुत करना होगा। जिसके आधार पर यह प्रमाणित किया जाएगा कि पीडि़त व्यक्ति आयुष्मान कार्डधारी परिवार का सदस्य है। इसके अलावा यदि गजटेड आफीसर भी प्रमाणित
करता है कि पीडि़त व्यक्ति के परिवार के सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड है तो उसे भी निजी अस्पतालों में आयुष्मान से उपचार की सुविधा मिलेगी। कोरोना पीडि़त के निजी अस्पताल में भर्ती होते ही उसके आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी और दो दिनों में उसे दे दिया जायेगा। जिससे अस्पताल से डिस्चार्ज होते समय अपना आयुष्मान कार्ड अस्पताल को दिखा सके। इसके आधार पर निजी अस्पताल रोगी के उपचार के बिलों को भुगातन के लिए स्वास्थ्य विभाग को प्रस्तुत करेंगे। बिल का तीन दिन की समय सीमा में भुगतान सुनिश्चित किया जायेगा।
कलेक्टर ने बताया कि इस योजना के तहत आयुष्मान कार्डधारी प्रत्येक व्यक्ति को सीटी स्कैन, एमआरआई आदि विशेष जांचों के लिए 5 हजार रुपए प्रति कार्डधारी राशि का प्रावधान किया गया है। निजी अस्पतालों को तीन माह की अवधि के लिये आयुष्मान योजना से संबद्ध करते हुए कोविड रोगियों के उपचार के लिये शासन द्वारा निजी अस्पतालों को आकर्षक पैकेज दिया जा रहा है। इसमें आयुष्मान योजना के पुराने पैकेज में लगभ 40 प्रतिशत वृद्धि कर कोविड रोगियों के उपचार के लिए नवीन पैकेज तैयार किया गया है।
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अपर कलेक्टर बनीं नोडल अधिकारी
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने अपर कलेक्टर इला तिवारी को आयुष्मान योजना तथा मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। कलेक्टर ने कहा है कि शासन के निर्देशों के अनुसार मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना का क्रियान्वयन करायें। इसके लिए जिले के अधिकतम निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना में शामिल करायें। जिले के शेष हितग्राहियों का पंजीयन कराने तथा आयुष्मान कार्ड जारी करने के लिए जिले भर में अभियान चलायें। आयुष्मान योजना संबंधी शिकायतों के निराकरण के लिये नोडल अधिकारी जिला स्तर पर प्रभारी अधिकारी तैनात करें।
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निजी अस्पतालों में तैनात किए आयुष्मान योजना के नोडल
शासन द्वारा गरीब तथा मध्यम वर्ग के कोरोना पीडि़तों को आयुष्मान योजना से उपचार सुविधा देने के लिये मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना लागू की गई है। इस योजना के तहत वर्तमान में रीवा जिले के दो निजी अस्पताल शामिल हैं। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने इन अस्पतालों में आयुष्मान योजना से कोरोना पीडि़तों के उपचार के लिये नोडल अधिकारी तैनात किये हैं। कार्यपालन यंत्री सेतु निगम वसीम खान को निजी अस्पताल रीवा हास्पिटल रीवा एवं प्रभारी संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय अनिल दुबे को विन्ध्या हास्पिटल के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इन अधिकारियों को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर श्रीमती इला तिवारी के मार्गदर्शन में आयुष्मान योजना से रोगियों को उपचार सहायता दिलाने में सहयोग के निर्देश दिये गये हैं। इन्हें जिला समन्वयक आयुष्मान योजना पंकज शुक्ला द्वारा सहयोग प्रदान किया जायेगा।