ऐसे में हर कोई 2021 में सुख समृद्धि की कामना कर रहा है। ज्योतिष में कुछ खास योग इस संबंध में सबसे विशेष माने जाते हैं, इन्हीं में से एक है पुष्य नक्षत्र योग।
ऐसे में आने वाले नए साल यानि 2021 में 22 पुष्य नक्षत्र योग बनते दिख रहे हैं। जिसमें से 2 दिन गुरु और 2 दिन रवि पुष्य से खास सुख समृद्धि आएगी। इससे पहले 16 दिसंबर 2020,बुधवार से खरमास शुरू हो गया है।
ज्योतिष के जानकार पंडित सुनील शर्मा के अनुसार खरमास शुरू होते ही शहनाइयों के बजने पर रोक लग गई है। जिसके कारण विवाह सहित अन्य मांगलिक काम बंद हो गए हैं।
पंडित शर्मा के मुताबिक 2021 में जनवरी से दिसंबर तक कुल 22 दिन पुष्य नक्षत्र का योग बन रहे हैं। इसमें दो दिन गुरु पुष्य योग और 2 दिन रवि पुष्य नक्षत्र योग रहेगा। जिनमें की गई खरीदी व अन्य कार्य शुभ व मंगलकारी रहेंगे।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार इस महीने 31 दिसंबर 2020 को भी गुरु पुष्य योग रहेगा। इसके बाद आगामी नए साल का शुभारंभ एक जनवरी को पुष्य नक्षत्र योग में ही होगा। इसी माह यानि जनवरी 28 को भी पुष्य योग रहेगा।
इसके बाद 24, 25 फरवरी, 23,24 मार्च, 19,20 अप्रैल, 17,18 मई, 13,14 जून, 10,11 जुलाई, 7,8 अगस्त, 3,4 और 30 सितंबर, 28,29 अक्टूबर, 24,25 नवंबर और 20,21 दिसंबर को पुष्य नक्षत्र योग रहेगा।
पुष्य नक्षत्र : ऐसे समझें…
पुष्य नक्षत्र एक शुभ तारा होता है। साल 2021 की शुरुआत पुष्य योग से होगीए जो काफी शुभ है। गुरु पुष्य योग 31 दिसंबर शाम 7:49 मिनट से 1 जनवरी सूर्योदय तक रहेगा। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। यह योग 31 दिसंबर को सूर्योदय से 1 जनवरी के सूर्योदय तक रहेगा। इस दिन कोई भी कार्य करने से उसके परिणाम काफी अच्छे मिलते हैं।
फरवरी में बसंत पंचमी व मार्च में शिवरात्रि त्योहार
पंडित शर्मा के अनुसार इस बार यानि 2021 में 16 फरवरी को बसंत पंचमी और 11 मार्च को महाशिवरात्रि है। इसके अलावा बसंत पंचमी, अक्षय तृतीया, दशहरा, गंगा सप्तम, गंगा दशहरा और धनरेतस के शुभ दिन भी खरीदारी के लिए अहम माने जाते हैं।
16 फरवरी को बसंत पंचमी, 11 मार्च को शिवरात्रि, 13 अप्रैल को गुड़ी पड़वा, 14 मई को अक्षय तृतीया रहेगी।
15 से धनु संक्रांति , 17 जनवरी से गुरु अस्त
जानकारों के मुताबिक 15 दिसंबर 2020, मंगलवार से धनु संक्रांति के साथ ही धनुर्मास लग गया है, जो 14 जनवरी 2021 यानी मकर संक्रांति तक प्रभावी रहेगा।
बताया जाता है कि सूर्य इस दौरान धनु राशि में आ जाते हैं और इस दौरान मांगलिक काम नहीं कराए जाते हैं। वहीं 17 जनवरी 2021 से गुरु पश्चिम की ओर अस्त हो रहे हैंए जिसके बाद इनका उदय 12 फरवरी 2021 को होगा।