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Dussehra 2022: 2022 में कब है दशहरा, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

हिन्दू धर्म में प्रभु श्रीराम की रावण पर और धर्म की अधर्म पर विजय का प्रतीक दशहरा का पर्व बहुत शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पर्व हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को बड़े धूम-धाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।

Sep 13, 2022 / 12:01 pm

Tanya Paliwal

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Dussehra 2022: 2022 में कब है दशहरा, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Dussehra 2022 Date Shubh Muhurat And Puja Vidhi: दशहरे का त्योहार धर्म की अधर्म पर जीत का प्रतीक माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीराम ने पत्नी सीता को लंकेशपति रावण के चंगुल से छुड़ाकर अहंकारी रावण का वध किया था तभी से ही दशहरा यानी विजयादशमी का पर्व मनाया जाता आ रहा है। हर साल दशहरे के दिन रावण, कुंभकरण और मेघनाथ का पुतला जलाकर धूमधाम से दशहरा मनाते हैं। पंचांग के अनुसार हर साल आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को बड़े हर्षोल्लास के साथ ये पर्व मनाया जाता है। वहीं इस वर्ष 5 अक्टूबर 2022 को दशहरा पड़ रहा है। तो आइए जानते हैं इसका शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में…

दशहरा 2022 तिथि
पंचांग के मुताबिक इस वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि की शुरुआत 04 अक्टूबर 2022 को दोपहर 02:20 बजे से होगी और 05 अक्टूबर 2022 को दोपहर 12:00 बजे इस तिथि का समापन होगा।

दशहरा 2022 शुभ मुहूर्त
ज्योतिष अनुसार 5 अक्टूबर 2022 को विजयादशमी यानी दशहरा की पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 02:07 बजे से 02:54 बजे तक है।

दशहरा पूजा विधि
दशहरे वाले दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निपटकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। इसके बाद मंदिर की साफ-सफ़ाई करके गंगाजल छिड़ककर पवित्र करें। इसके बाद पूजास्थल पर प्रभु श्री राम, माता सीता और संकटमोचन हनुमान जी का विधिवत पूजन करें। वहीं कई जगहों पर दशहरे वाले दिन पर गाय के गोबर से 10 गोले बनाकर इनके ऊपर जौ के बीज लगाए जाते हैं। इसके बाद भगवान को धूप-दीप दिखाकर पूजन किया जाता है और फिर इन गोबर के गोलों को जला दिया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि गोबर के इन दस गोलों को रावण के 10 सिर मानकर अपने भीतर के अहंकार, बुराई और लालच को खत्म करने की भावना के साथ जलाया जाता है।

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