1. शनि की साढ़े साती से मुक्ति के लिए
इन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है, उन्हें शनि ढैया के दुष्प्रभावों से मुक्ति पाने के लिए शनिचरी अमावस्या के दिन सरसों के तेल से शनिदेव की पूजा करें और साथ ही काली उड़द दाल से बनी हुई इमरती प्रसाद रूप में चढ़ाएं।
2. सुख-समृद्धि पाने के लिए
शनिश्चरी अमावस्या के एक दिन पहले यानी शुक्रवार को सवा पाव काली उड़द की दाल को एक कपड़े में बांध दें और इस पोटली को रात में अपने पास रखकर सो जाएं। इस बात का ख्याल रखें कि अकेले ही सोएं। फिर अगली सुबह शनिश्चरी अमावस्या के दिन इस दाल की पोटली को किसी शनि देव के मन्दिर में रख आएं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
3. व्यापार या नौकरी में सफलता के लिए
शनिचरी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ में दूध और जल चढ़ाकर पूजा करना बहुत फलदायक माना जाता है। साथ ही 5 पीपल के पत्तों पर 5 तरह की मिठाइयां रखें और फिर घी के दीपक से आरती करें। तत्पश्चात पीपल के पेड़ की 7 परिक्रमा करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस उपाय को करने से कुंडली में शनि ग्रह को मजबूती मिलती है। वहीं नौकरी अथवा व्यापार में सफलता प्राप्त होती है।
4. कष्टों से मुक्ति के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिचरी अमावस्या के दिन पूरे काले रंग की गाय की पूजा करें और गाय को आठ बूंदी के लड्डू खिलाए। इसके बाद गाय की सात बार परिक्रमा करें और गाय की पूंछ से अपने सिर पर 8 बार झाड़ा लगाएं। इस उपाय को करने से जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलने की मान्यता है।