धनतेरस पर तीन गुना फायदा देने वाला योग
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत मंगलवार 29 अक्टूबर को सुबह 10.32 से होगी और यह तिथि 30 अक्टूबर को दोपहर 1.16 बजे तक रहेगी। इस दिन तिथि, वार नक्षत्र से मिलकर त्रिपुष्कर योग बन रहा है। यह योग इस समय किए गए कार्य के प्रभाव को तीन गुना बढ़ा देता है। इस योग में शुभ कार्यों को करना उत्तम माना जाता है। इस दिन बिजनेस और शुभ काम की शुरुआत करनी चाहिए।
धन त्रयोदशी के विशेष योग
इंद्र योगः 28 अक्टूबर 2024 सुबह 6:48 बजे से 29 अक्टूबर 2024 सुबह 07:48 बजे तक
त्रिपुष्कर योगः सुबह 06:31 बजे से सुबह 10:31 बजे तक (29 अक्टूबर)
लक्ष्मी-नारायण योग: धनतेरस के दिन वृश्चिक राशि में शुक्र और बुध एक साथ विराजमान रहेंगे, ऐसे में लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा।
शश महापुरुष राजयोगः धनतेरस पर शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहेंगे, जिससे शश महापुरुष राजयोग बनेगा, ऐसे में शनि की कृपा भी प्राप्त होगी।
खरीदारी के लिए चौघड़िया
चर : सुबह 9.18 से 10.41 बजे तक।
लाभ : सुबह 10.41 से दोपहर 12.05 और शाम 7.15 से 8.51 बजे तक।
अमृत : दोपहर 12.05 से 1.28 बजे तक।
शुभ : दोपहर 2.51 से 4.15 बजे तक।
प्रदोषकाल में पूजन मुहूर्त: 1 घंटा 31 मिनट ये भी पढ़ेंः Aaj Ka Rashifal 29 October: वृषभ को ज्वैलरी की प्राप्ति, मीन की आर्थिक स्थिति में सुधार, आज का राशिफल में जानें कैसा रहेगा आपके लिए धनतेरस
इस समय करें दीपदान
डॉ. अनीष व्यास के अनुसार इस दिन अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति के लिए यम दीप दान करते हैं। लक्ष्मी-कुबेर पूजन के साथ यम दीप दान के लिए प्रदोषकाल में शाम 6.31 से रात 8.13 बजे तक 1 घंटा 42 मिनट का श्रेष्ठ समय है।
इसलिए खरीदते हैं बर्तन
डॉ. अनीष व्यास के अनुसार धनतेरस जिसे धन त्रयोदशी और धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं, पांच दिवसीय दीपावली का पहला दिन होता है। मान्यता है इस तिथि पर आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसी कारण से हर वर्ष धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा निभाई जाती है। कहा जाता है जो भी व्यक्ति धनतेरस के दिन सोने-चांदी, बर्तन, जमीन-जायजाद की शुभ खरीदारी करता है उसमें तेरह गुना की बढ़ोत्तरी होती है।