भाद्रपद मास में क्या न करें
शास्त्रों के अनुसार भाद्रपद मास में गुड़, दही और उससे बनी चीजों का सेवन नुकसानदायक माना गया है क्योंकि इससे पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक भाद्रपद मास यानी भादो का महीना भक्ति और मुक्ति का है। ऐसे में इस दौरान लहसुन, प्याज, मांस, मछली अन्य सभी तरह का तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। साथ ही भौतिक सुख-सुविधाओं का त्याग करके जमीन पर चटाई पर सोना चाहिए।
इसके अलावा मान्यता है कि इस महीने में दूसरों को दिया हुआ चावल खाने या नारियल तेल का इस्तेमाल करने से घर में दरिद्रता उत्पन्न होती है।
शास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि भादौ मास में रविवार के दिन नमक का सेवन और बाल कटवाना शुभ नहीं होता।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक भादो के महीने में पवित्र नदियों में स्नान करने तथा जरूरतमंदों को यथाशक्ति दान करने की परंपरा है। वहीं भगवान कृष्ण की पूजा में तुलसीदल जरूर अर्पित करें।
शारीरिक और बौद्धिक विकास के लिए इस महीने में शाकाहारी भोजन सर्वोत्तम माना गया है। मान्यता है कि भाद्रपद मास में गाय के दूध का सेवन करने और भगवान कृष्ण को पंचगव्य अर्पित करने से वंश वृद्धि होती है।