रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा का कितना ध्यान रखा जाता है, यह एक घटना से साफ हो गया। बड़ोदरा से चित्तौडग़ढ़ सेक्शन तक के लिए चली एक ट्रेन का बे्रक टूट गया। बाद में इसको तार से बांधक र रतलाम तक लाया गया। हैरानी की बात यह है कि रेलवे ने ट्रेन को टूटे तार से ही चलाया।
Train Accident : भीलवाड़ा के पास Train के दो वैगन पटरी से उतरे, मची अफरा-तफरी
रतलाम. रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा का कितना ध्यान रखा जाता है, यह एक घटना से साफ हो गया। बड़ोदरा से चित्तौडग़ढ़ सेक्शन तक के लिए चली एक ट्रेन का बे्रक टूट गया। बाद में इसको तार से बांधक र रतलाम तक लाया गया। हैरानी की बात यह है कि रेलवे ने ट्रेन को टूटे तार से ही चलाया। बात मालगाड़ी की है, लेकिन इस घटना ने रेलवे की सतर्कता के दावों की पोल खोलकर रख दी है।
स्टेशन पर चौथा गेट हो रहा तैयार, मार्च अंत तक पूरा होगा रेल मंडल के शंभुपूरा में रखरखाव के लिए बड़ोदरा से चली एक मालगाड़ी के वैगन का ब्रेकबिन टूट गया। मंडल मुख्यालय पर इसको सुबह 10 बजे डाउनयार्ड में लाइन नंबर चार पर पांच घंटे तक यातायात विभाग की लापरवाही के चलते खड़ा रखा गया। इसके बाद मालगाड़ी के इस डिब्बे को काटकर अलग किया गया व शेष ट्रेन को शंभुपूरा के लिए रचाना किया गया।
एमपी में बोर्ड परीक्षा में सवाल, आजाद कश्मीर के बारे में बताओबड़ोदरा से जा रही थी ट्रेन रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वीसीएनएचएल मालगाड़ी बड़ोदरा से शंभुपूरा में रखरखाव के लिए जा रही थी। इसी बीच रतलाम पहुंचने के पूर्व ही सूचना आई की मालगाड़ी में ब्रेकबिन टूट गया है व हॉट एक्सल हो रहा है। इसके बाद ट्रेन को रतलाम में रोका गया। बाद में इसकी जांच करने के लिए ट्रेन को डाउनयार्ड से कैरेज एंड वैगन के डिपो में भेजने के निर्देश हुए। इस पूरी प्रक्रिया में शंटिंग करने में ही पांच घंटे यातायात विभाग ने लगा दिए। जितना समय लगा, उतने समय में तो ट्रेन शंभुपूरा ही पहुंच जाती।
पांच दिनों में सोना 1300 रुपए, चांदी 3600 रुपए गिरावटदो तरह का हुआ परीक्षण इसके बाद ट्रेन में सबसे पहले हॉट एक्सल की जांच की गई। सामान्य रुप से 28 डिग्री तापमाल व्हील का रहना चाहिए, वो पाया गया, जबकि सूचना 60 डिग्री तापतान की थी। इसके बाद ब्रेकबिन की जांच की गई वो टूटा हुआ पाया गया व उसको धागे से टांके लगाकर जोड़ा हुआ था। इसके बाद ताबड़तोड़ निर्णय लिया गया कि इस एक डिब्बे को काटकर अलग किया जाए। इसके बाद डिब्बे को काटने का निर्णय लिया गया।
यहां पढे़ क्या कहते है सिंधिया के भाजपा में आने के बाद सितारे15 मिनट में फ्री कर दी ट्रेन एक तरफ जहां सुबह 10 बजे से आई ट्रेन को दोपहर 3 बजे लाइन नंबर चार से सीएनडब्ल्यू कार्यालय भेजा गया वही मात्र 15 मिनट में कुशल कर्मचारियों ने पूरी ट्रेन की जांच करके कमी निकाल दी। इसके बाद ट्रेन को शंभुपूरा के लिए रवाना किया गया।