पंडित शुभेष शर्मन ने कहा कि भारतीय ऋषियों ने बार, बार हाथ धोना, रसोई की पवित्रता, स्वयं की पवित्रता के बारे में चिंतन किया जो क्वाराईटीन का ही रूप है, कालांतर में इसे जातिवादी जामा पहना दिया गया। पंडित रमेश सेमवाल ने कहा कि मंगल का कुंभ में प्रवेश विश्व के लिए खुशी की लहर 4 मई से लेकर आयेगा। पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी ने कहा कि हम निश्चित रूप से बेहतरी की तरफ हैं, जैसा कि पूर्व में कहा था कि अप्रैल माह में वैक्सीन या दवाई का अनुंसधान हो जायेगा, और उस दिशा में शुभ समाचार प्राप्त होने जा रहे है। मई, जून में बीमारी के संक्रमण में कमी आने के योग बन रहे है। 30 जून के बाद गुरू के धनु राशि में प्रवेश के साथ इस बीमारी का पतन शुरू हो जायेगा। पंडित शंकरसिंह ने भी कहा कि बीमारी में प्रभाव में 30 जून के बाद से कमी आयेगी।
पंडित केके ओझा ने कहा प्लूटो, शनि की युति जब जब आती है तब तब विश्वव्यापी महामारी का प्रकोप रहता है। पंडित अभिषेक जोशी ने कहा कि राहु के मंगल के नक्षत्र से निकलने बाद जनवरी 2021 में पूरी तरह से राहत मिलेगी। डॉ. रवि शर्मा ने कहा कि ईद के बाद लोकडाऊन समाप्त रहने के योग बनेगें। पंडित रमेश वायगावकर ने कहा 21 जून को होना वाला सूर्य ग्रहण में छ: ग्रह वक्री रहेगें। उसके परिणामस्वरूप विश्व के देशों में आपसी तनाव उभरने या प्रबल रहने के योग बन रहे है। डॉ. भेरूप्रकाश दाधीच ने कहा कि जून से पूर्व संक्रमण कम होना शुरू हो जायेगा। डॉ. सपना सारस्वत ने कहा कि मई माह में से कमी धरातल पर नजर आयेगी। सभी ने एक मत से इस बात का स्वीकारा कि जून के बाद ही बीमारी का पतन आरंभ होगा।