कोरोना वायरस में लगे लॉकडाउन के बाद ट्रेन चलाने के पहले रेलवे ने आरडीएसओ के विशेष दल को मंडल के सभी ट्रैक की सुरक्षा की जांच करने भेजा है। लखनऊ से आए इस विशेष दल ने शुक्रवार को रतलाम – गोधरा – रतलाम के सेक्शन की जांच की है। चार मई तक पूरे मंडल के हर सेक्शन के ट्रैक की जांच होगी। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस प्रकार की जांच हर एक से तीन माह में होती है। पिछले माह ही आरडीएसओ के दल ने आकर रतलाम मंडल के विभिन्न सेक्शन में जाकर ट्रैक की सुरक्षा की गहनता से जांच की थी। अब फिर से यह शुरू हो गया है। एक मई को आरडीएसओ की विशेष ट्रेन सुबह करीब 7 बजे बाद रतलाम से गोधरा तक के सेक्शन में ट्रैक की जांच करने गई व शाम को वापस आई। इसको तकनीकी विशेषज्ञ स्पीड ट्रायल भी बता रहे है।
कोरोना वायरस के चलते लागू किए गए लॉकडाउन में रेलवे कर्मचारी भी फंसे हुए है। करीब एक दर्जन कर्मचारी इस प्रकार के है जो उन क्षेत्र में रहते है जहां लॉकडाउन लागू किया गया है। अब यह कर्मचारी घर में रहकर कार्य कर रहे है। रेलवे ने भी इन कर्मचारियों को संदेश दिया है कि घर में रहिए व सुरक्षित रहिए। इस समय मंडल मुख्यालय पर काम करने वाले २ मास्टर, एक लॉबी सुपरवाईजर, एक गार्ड, ट्रेन के चालक, सहायक चालक सहित मंडल की विभिन्न शाखाओं में कार्य करने वाले कर्मचारी लॉकडाउन क्षेत्र में जो रहते है, वे घर से ही कार्य कर रहे है। इनमे रनिंग विभाग के कर्मचारियों को छोड़ दिया जाए तो शेष घर से ही रेलवे के ऑपरेशन को चला रहे है। जरुरत होने पर उनको बता दिया जाता है कि मांगी गई जानकारी को तुरंत दिया जाए।