25 मिनट के भाषण में कांग्रेस पर परिवारवाद का कटाक्ष कर उन्होंने जनता को परिवार बताया। बोले-प्रदेश में दो नेताओं के बीच कपड़े फाडऩे की लड़ाई चल रही है। लड़ इसलिए़ रहे हैं कि मप्र में किसका बेटा सीएम की कुर्सी संभालेगा। कांग्रेस परिवारवाद का परचम लहरा सकती है, मप्र का परचम लहराना उनके बस की बात नहीं है। वे 3 दिसंबर को भाजपा सरकार की वापसी पर जश्न मनेगा तो लड्डू के साथ रतलामी सेंव भी खाई जाएगी।
कांग्रेस की घोषणाएं झूठी
मोदी बोले- कांग्रेस झूठी घोषणाओं का भोंपूं बजा रही है। विकास का रोड मैप उन्हें नहीं पता। कांग्रेस के नेता फिल्मी हैं। गरीब को समर्थ बनाना भाजपा का मिशन। देश में 4000 करोड़ से अधिक, मप्र में 50 लाख, रतलाम में गरीबों के 90 हजार घर बनाए हैं। मोदी गरीबी से निकला है। 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन की योजना दिसंबर में पूरी हो रही है। इसे पांच साल और बढ़ाएंगे। उन्होंने प्रदेश के लिए डबल इंजन की सरकार को जरूरी बताया।
चुनाव में मोदी ही चेहरा: मोदी ने विधानसभा चुनाव में अपना ही चेहरा रखकर संबोधित किया। लोगों से नारा लगवाया- एमपी के मन में मोदी, मोदी के मन में एमपी…।
मेरे परिजनों से संबोधन: मोदी ने भाइयों-बहनों नहीं, मेरे परिजनों से संबोधन दिया। बोले-मेरा काम करोगे! चुनावी नहीं है। घर-घर जाकर कहना मोदी आए थे, प्रणाम कहा है। यह संदेश मेरे परिवार में पहुंचेगा।
पीएम-सीएम की जुगलबंदी
– पीएम-सीएम स्लेटी रंग की जैकेट में।
– मंच पर दोनों में काफी देर गुफ्तगू।
– शिवराज ने मोदी को केसरिया दुपट्टा पहनाया। आर्ट चित्र भेंट किया।
– मोदी ने कहा- मप्र में जब भी बहन याद करो तो मामा याद आता है।
– मोदी बोले-लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी की देश में प्रशंसा हो रही है।
– शिवराज ने मोदी को सबसे लोकप्रिय नेता बताया। लोगों से पूछा-मोदी का साथ दोगे या नहीं। मामा को आशीर्वाद दोगे कि नहीं…।
25 मिनट में क्या-क्या…
– 30 बार कांग्रेस, 27 बार भाजपा
– 17 बार माता और बहनें
– 16 बार रतलाम, रतलामी सेंव
– 01 बार सीएम शिवराज
– 13 बार आदिवासी,
– 15 बार गरीब
– 08 बार दलित
– 03 बार पिछड़े
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