रोजाना यात्रियों से लाखों की फर्जी वसूली
हैरानी की बात तो ये है कि, ये टीटीई रतलाम से अहमदाबाद के बीच चलने वाली ट्रेनों में रोजाना लाखों रुपए की फर्जी जुर्माना रसीदें काट रहा है और रेलवे में किसी भी असली जिम्मेदार को अबतक ये नकली टीटीई दिखा ही नहीं। एक दिन पूर्व रतलाम स्टेशन से गुजरी कामाख्या एक्सेप्रेस में ही इस नकली टीटीई ने यात्रियों से करीब डेढ़ लाख रूपए की फर्जी रसीदें बना डाली थीं। यही नहीं इसके अगले दिन गाड़ी नंबर 19421 अहमदाबाद नडियाद एक्सप्रेस में इस फर्जी टीटीई ने ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों से करीब ढाई लाख रुपए का फर्जी जुर्माना काटा है। ये तो सिर्फ दो ट्रेनों से प्राप्त आंकड़े हैं, लेकिन इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, संभवतः सभी ट्रेनों में अगर ये फर्जी टीटीई का खेल चल रहा है तो रेलवे के यात्रियों से रोजाना कितना बड़ा धोखा किया जा रहा है।
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यहां से हुआ मामले का खुलासा
रतलाम में पदस्थ वरिष्ठ टिकट निरीक्षक बीएल मीणा और सहयोगी सादिक शेख, मनोज खरे, संजय कुमार अहमदाबाद-पटना एक्सप्रेस में शनिवार-रविवार को टिकट जांच रहे थे। इसी दौरान अहमदाबाद से पटना जा रहे मुकेश यादव से जब एस-3 कोच में टिकट मांगा तो उसने जनरल टिकट के साथ 1500 रुपए जुर्माने की रसीद भी दिखा दी। युवक ने बताया कि, अहमदाबाद – छायापुरी के बीच टीटीई ने उसकी ये रसीद काटी है। फर्जी जुर्माना कटाने वाले यात्री ने बताया कि, जांच करने वाला युवक बिना यूनिफॉर्म पहने आया था। इस बीच मुख्य टिकट निरीक्षक ने ट्रेन में पड़ताल शुरु की तो मालूम चला कि, सिर्फ मुकेश ही नहीं, बल्कि कई यात्रियों को इसी तरह की रसीद थमाते हुए डेढ़ लाख से अधिक फर्जी जुर्माना वसूला गया है। यात्रियों के हाथों में इतनी सारी फर्जी रसीदें देख मीणा और उनकी टीम भी सकते में आ गई।
यही नहीं, वरिष्ठ टिकट निरीक्षक बीएल मीणा और उनकी टीम ने रविवार-सोमवार की दरमियानी रात भी गाड़ी नंबर 19421 अहमदाबाद-नडियाद एक्सप्रेस का निरीक्षण किया तो इस ट्रेन में और भी चौंकाने वाली जुर्माना वसूली का खुलासा हुआ। सिर्फ इसी ट्रेन में यात्रियों से करीब ढाई लाख रुपए से अधिक की फर्जी वसूली की गई है, जिसकी रसीदें देख जांच टीम हैरान रह गई।
लंबे समय से चल रही यात्रियों से अवैध वसूली
मामला बेहद गंभीर था, जिसके चलते तत्काल ही इसकी जानकारी रेलवे के आला अधिकारियों को दी गई। पड़ताल में सामने आया कि, इस तरह की अवैध वसूली ट्रेन में लंबे समय से चल रही है। पड़ताल के बाद जब इस मामले को रेलवे के जिम्मेदारों के सामने लाया गया तो पश्चिम रेलवे ने तत्काल ही इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए।
दोषियों के खिलाफ करेंगे कार्रवाई
इस मामले में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अहमदाबाद रेल मंडल पवन सिंह का कहना है कि, पूरे मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। रतलाम के टिकट निरीक्षक ने इस मामले में सतर्कता दिखाते हुए रेलवे का बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर किया है। मामले की जांच की जाएगी। जो दोषी है, उसको पकड़कर उचित कार्रवाई की जाएगी।