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भारी पुलिस बल के साथ हुआ छात्रा का पोस्टमार्टम
भीड़ द्वारा थाने पर उस समय पथराव किया गया, जब शव को पैनल पोस्टमार्टम के लिए रात करीब साढ़े दस बजे लाया जा रहा था। इसके जवाब में पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले छोड़़ और लाठियां भांजी तब जाकर भीड़ तीतर-बितर हुई। शनिवार की सुबह पोस्टमार्टम किया जाना था, लेकिन परिजन दोपहर बाद जिला अस्पताल पहुंचे तब तक पुलिस उनका इंतजार करती रही। इस दौरान जिला अस्पताल में काफी संख्या में पुलिस बल और अधिकारी मौजूद रहे।
30 को निकली थी घर से किशोरी
छात्रा का परिवार जिले के सरवन थाने के उस गांव से कुछ ही दूरी पर स्थित बाजना थाने के अंतर्गत आने वाले गांव में रहता है। परिवार के सदस्यों के बयान के मुताबिक, छात्रा 30 दिसंबर को घर से ये कहकर निकली थी कि, वो स्कूल जा रही है। इसके बाद से ही वो लापता थी। हालांकि, पढ़ाई करने के लिये वो अकसर गांव के ही एक शिक्षक के घर पर रुक जाती थी, एक दिन तो परिवार ने ये सोचकर गौर नहीं किया कि, शायद रात में ठंड अधिक होने के कारण वो शिक्षक के घर पर ही रुक गई, लेकिन 1 जनवरी को जब परिवार को पुलिस द्वारा छात्रा के जहर पीने से मौत होने की सूचना दी गई, तो परिजन सरवन थाने पहुंचे। यहां परिजन ने आरोपी शिक्षक और अन्य लोगों के खिलाफ हत्या और बलात्कार का केस दर्ज करने की मांग की।
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बिजली गुल होने पर भीड़ ने शुरु कर दिया था पथराव
वहीं, दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि, शव का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है, जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकि है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि होने से पहले आरोपी के खिलाफ इस तरह की दफाएं नहीं लगाई जा सकतीं। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा कि छात्रा के साथ वास्तविक रूप से ऐसा हुआ क्या था, कि उसकी जान गई। हालांकि, परिजन और कमलेश्वर डोडियार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले ही आरोपयों के खिलाफ हत्या और बलात्कार का केस दर्ज कराने पर अड़िग रहे। इसके बाद रात में जब छात्रा का शव पीएम के लिए जिला अस्पताल लाया गया, उस दौरान क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। इसी का फायदा उठाते हुए भीड़ ने पथराव कर दिया।हालांकि, कुछ ही मिनटों में बिजली आ गई, फिर भी भीड़ की ओर से पथराव जारी रहा। जिसे नियंत्रित करने के लिये पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा।
सात घंटे इंतजार के बाद आए परिजन
छात्रा का पोस्टमार्टम शनिवार की सुबह किया जाना सुनिष्चित किया गया। हालांकि, परिजन कराने को भी राजी नहीं थे, पुलिस उनके द्वारा पोस्टमार्टम की अनुमति के दिये जाने के लिये सुबह से ही मशक्कत करती रही। इस दौरान पुलिस द्वारा कई बार परिजन के घर सूचना भी भेजी गई, साथ ही उनसे फोन पर संपर्क भी किया गया, , जिसपर वो कुछ देर में पहुंचने का आशिवासन देते हुए बेटी के पीएम के लिये अनुमति देने आने को टालते रहे। इस दौरान जिला अस्पताल में सीएसपी हेमंत चौहान, सैलाना के नायब तहसीलदार अरुण चंद्रवंशी, आईए टीआई आरएस बर्डे, बाजना टीआई बीएल भाभर और पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस द्वारा जोर दिये जाने पर आखिरकार परिजन शनिवार करीब साढ़े तीन बजे जिला अस्पताल पहुंचे, तब कहीं जाकर छात्रा का पोस्टमार्टम की प्रक्रिया संभव हो सकी। हालांकि, पीएम के तुरंत बाद ही पुलिस ने परिजन को शव सौंप दिया गया।
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150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
सरवन पर बीती रात हुए पथराव के बाद पुलिस ने कमलेश्वर डोडियार सहित 13 के खिलाफ नामजद बलवा, पुलिस पर हमला, तोडफ़ोड़, शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही, पुलिस द्वारा करीब 150 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया है, जिनके नाम वीडियो रिकार्डिंग के आधार पर तय किए जाएंगे। इनमें से तीन आरोपियों कमलेश्वर डोडियार, उसका साथी गोविंद निनामा और प्रकाश निनामा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।