नामली क्षेत्र के जिन तीन लोगों, पाताखेड़ी के एक व्यक्ति और कलालिया की जिस महिला को कोरोना संदिग्ध मानकर रतलाम में ही अंतिम संस्कार पूरी सुरक्षा के साथ की गई, उनके परिजनों को पुलिसकर्मियों और अन्य परिजनों ने वीडियो कॉलिंग करके अंतिम दर्शन करवाए गए। भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर पांच लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना मृतकों की तर्ज पर किया गया। लॉक डाउन की वजह से सभी मृतकों के दो-दो या तीन-तीन परिजन ही रतलाम पहुंच पाए थे। ऐसे में उन्हें वीडियो कॉलिंग करके दिखाया गया।सुबह कुछ लोगों की मौत की जानकारी सामने आई तो प्रशासन के आला अधिकारी एकदम सकते में आ गए। एसडीएम और तहसीलदार आदि गांव भदवासा पहुंचे। इसके बाद जैसे ही इनमें से कुछ के कोरोना संदिग्ध मानकर रतलाम में ही अंतिम संस्कार की बात सामने आई तो परिजनों से उनकी ट्रेवल हिस्ट्री पता की जाने लगी। उधर जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए नामली में सारी दुकानें बंद करवाकर लॉक डाउन को सख्ती से लागू करवा दिया। पुलिस ने किसी को भी बाहर नहीं निकलने दिया। देर शाम तक अधिकारी गांवों में ही जानकारी जुटा रहे थे।
भदवासा के जिन दो युवकों की मौत हुई है उन्हें कोरोना संदिग्ध मानकर प्रोटोकॉल से रतलाम में अंतिम संस्कार किया। शाम को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील पाटीदार पुलिस बल के साथ पहुंचे और उन हिस्सों को कंटेनमेंट एरिया बना दिया जिन क्षेत्रों में ये दोनों रहते थे। साथ ही इन दोनों परिवारों के साथ आसपास के 24 को क्वारेंटाइन के लिए एंबुलेंस से गांव से नामली के छात्रावास में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में ले जाया गया। क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया बनाने के लिए गांव में ही उपलब्ध बांस-बल्ली, खटिया आदि का उपयोग करके आने-जाने के सारे रास्ते बंद कर दिए गए।
नामली के जिन युवकों की मौत की बात सामने आई और उन्हें कोरोना संदिग्ध माना गया है उनके क्षेत्रों में नगर पंचायत की टीम ने दोपहर बाद सैनेटाइजेशन किया। नगर पंचायत सीएमओ संदेश शर्मा ने बताया जैसे ही जानकारी मिली कि नामली में जिन लोगों की मौत हुई है वे जिन क्षेत्रों में रहते थे उन क्षेत्रों में सैनेटाइज करने की तैयारी की। दोपहर बाद ही यह काम पूरा कर लिया गया। टीम ने बिजली कंपनी के ग्रीड परिसर जहां एक युवक अपनी मौसी के यहां रहता था वहां और दूसरा बाजार में जहां दूसरा युवक रहता था।