मंगलवार शाम को हिंदू समाज के कई पदाधिकारी कलेक्टर राजेश बाथम से मिलने पहुंचे। उन्हें दिए पत्र में लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने की मांग रखते हुए कहा कि कतिपय पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों के संरक्षण में महिलाओं से भी अभद्रता की जिसकी जांच की जाए। साथ ही उन्होंने ज्ञापन में कहा कि होमगार्ड कॉलोनी निवासी प्रकाश माइया लाठीचार्ज में घायल हो गया था, जिसकी बाद में मृत्यु हो गई। पुलिस ने परिवार पर दबाव बनाकर बिना पोस्टमार्टम के ही उसका अंतिम संस्कार करवा दिया। यह गंभीर विषय है और इसकी जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया जाए।
हिंदू संगठन से जुड़े वीरेंद्र वाफगांवकर, कमलेश ग्वालियरी, अशोक जैन चौटाला, अनुराग लोखंडे, आशीष सोनी, प्रवीण सोनी, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, निर्मल कटारिया, मनोहर पोरवाल, अशोक पोरवाल, अशोक जैन लाला, गोविंद काकाणी सहित एक दर्जन लोग ज्ञापन देने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। इनका कहना था कि पुलिस वास्तविक घटना को अफवाह का नाम देकर जिस प्रकार गुमराह किया उसकी संपूर्ण हिंदू समाज निंदा करता है।
ज्ञापन मेंं कहा वीडियो में पत्थरबाजी ज्ञापन में इन्होंने कहा कि मोचीपुरा क्षेत्र से जब श्री गणेश जी की प्रतिमा का चल समारोह निकल रहा था। तब वर्ग विशेष के कुछ लोगों ने प्रतिमा पर शाम लगभग सात आठ बजे पत्थर फेंके। चल समारोह में शामिल लोग मामले की शिकायत को लेकर पुलिस थाना स्टेशन रोड पहुंचे थे। वहां पर थाना प्रभारी ने मामला पंजीबद्ध नहीं करते हुए टालमटौली करते रहे। इसके विरोध में थाने पर बड़ी संख्या में हिंदू समाज एकत्रित होने से बढ़ते आक्रोश को देखते हुए साधारण धाराओं में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला पंजीकृत किया गया। इसके बाद थाना प्रभारी और एएसपी के कहने पर रात लगभग 11 बजे थाने पर एकत्रित हिंदू समाज ऊंकाला रोड स्थित गणेश पंडाल पर जा रहा था। तभी हाथीखाना क्षेत्र में पुलिस ने घेराव कर अमानवीय एवं बर्बरतापूर्वक इन लोगों को पैरों एवं लाठी से मारपीट की। इसमें अनेक लोग घायल हुए।
इसके भी सबूत उपलब्ध है इसके बाद जनसाधारण ने लाठीचार्ज का मौखिक विरोध किया, सभी गणेश पंडाल की ओर मोचीपुरा के रास्ते से बढऩे लगे इसके बाद मोचीपुरा चौराहे पर पुलिस ने अवैधानिक तरीके से रोका एवं कुछ लोगों ने पथराव किया। इस कारण हिंदू समाज में भगदड़मच गई। कुछ लोग पंडाल की ओर अग्रसर हुए तथा शेष समाजजन पर बर्बरतापूर्वक लाठी चार्ज किया गया। इसके अलावा पंडाल पर पहुंचकर पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को बर्बरतापूर्वक घसीटा। इस मामले में कलेक्टर से सख्त कार्रवाई की मांग की। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
पथराव करने वालों पर केस क्यों नहीं पुलिस ने वर्ग विशेष द्वारा किए गए पथराव को नकार दिया जबकि उनके द्वारा पत्थर मारते हुए वीडियो उपलब्ध है, फिर भी पुलिस ने वर्ग विशेष के किसी भी व्यक्ति पर अपराध पंजीबद्ध नहीं किया। श्री गणेश पंडाल से जिन युवकों को मारते हुए पुलिसकर्मी ले जा रहे हैं उनके खिलाफ भी अपराध पंजीकृत किया जाए।