गुरु और शनि की युति एक बार फिर. 30 मार्च 2020 से लेकर 29 जून 2020 और 19 नवम्बर 2020 से लेकर 5 अप्रैल 2021 तक के मध्य गुरु-शनि की युति मकर राशि में रहेंगी। गुरु क्योंकि धन, आर्थिक स्थिति के कारक ग्रह है और शनि कष्ट, आपदाओं और काल के कारक ग्रह है, इस स्थिति में मकर राशि में दोनों का एक साथ होना प्राकृतिक आपदाओं के अतिरिक्त आर्थिक बाजार में रिकार्ड गिरावट का कारण बनेगा। यह स्थिति विश्व आर्थिक मंदी की वजह बन सकती है। इस ग्रह युति की अवधि में इस प्रकार की आर्थिक आपदायें भयंकर रुप में आने के संकेत मिल रहे है। इस समय में विश्व भर में बड़े पैमाने पर वित्तीय संकट, आर्थिक गिरावट और सेंसेक्स के रिकार्ड स्तर से गिरने के प्रबल योग बना रहा है। ऐसे में धन निवेश से बचना लाभकारी रहेगा। इससे पूर्व भी जब गुरु-शनि मकर राशि में 1842, 1901, 1961 में एक साथ आए थे तो कुछ इसी तरह की स्थिति देखने में आई थी।
मेषराशि वालों को धन का लाभ होगा।
वृषभराशि वालों को धन का संकट रहेगा।
मिथुन राशि वालों को जीवनसाथी से विवाद होगा।
कर्क राशि वालों को स्वास्थ्य का लाभ होगा।
सिंह राशि वालों को आर्थिक संकट रहेगा।
कन्या राशि वालों को अचानक परिवर्तन देखने को मिलेगा।
तुला राशि वालों को प्यार में सफलता मिलेगी।
वृश्चिक राशि वालों को तरक्की होगी।
धनु राशि वालों को सुखद सूचना मिलेगी।
मकर राशि वालों को सफलता के साथ तबादला होगा।
कुंभ राशि वालों को गले में बीमारी होगी।
मीन राशि वालों कोभाग्य खुलेगा।