दरअसल, यह घटना रामपुर जिले के स्वार टांडा क्षेत्र स्थित एक गांव की है। जहां कि रहने वाली किशोरी से 5 महीने पहले कुछ युवकों ने सामूहिक बलात्कार किया था, लेकिन उसने इस बात को लोक-लाज के डर से सभी से छिपाकर रखा। आठ दिन पहले जब पीड़िता के पेट में दर्द हुआ तो परिजन उसे डॉक्टर के पास ले गए। जहां डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराया तो वह 5 महीने की गर्भवती निकली। इसके बाद भी परिजनों ने झूठी शान की खातिर पुलिस से शिकायत नहीं की और न ही इस संबंध में किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन यह खबर कहां छिपने वाली थी, गांव वालों को पता चल ही गया। इसके बाद मामला पंचायत तक जा पहुंचा।
यह भी पढ़ें –
बंदर के एक चम्मच उठाकर ले जाने पर किशोर को पीट-पीटकर मार डाला पंचायत ने ही दबा दी घटना गांव में हुई पंचायत में पंचों ने किशोरी की 40 वर्षीय दिव्यांग से शादी करने का फरमान सुना दिया। इतना ही नहीं पंचायत ने पीड़िता की शादी भी करा दी। फिर भी पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई और मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
यह भी पढ़ें –
सगाई के बाद घूमने जा रहे युवक-युवती की भीषण सड़क हादसे में मौत, शादी के घर पसरा मातम कोतवाली प्रभारी को घटना की जानकारी नहीं कोतवाली प्रभारी शरद मलिक ने बताया की उन्हें इस घटना के संबंध में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह का मामला सामने आएगा तो कार्रवाई जरूर की जाएगी।