मिशन शक्ति के तहत शुक्रवार काे प्रदेशभर में एक अभियान चलाया गया था जिसमें मेधावी छात्राओं को पुलिस की कार्यप्रणाी समझाई गई थी और उन्हे एक दिन का थानेदार बनाया गया था। इसी क्रम में रामपुर में भी सिविल लाइन थाने में ग्रीन वुड स्कूल की छात्रा इकरा-बी काे एक दिन की थानेदार बनाया गया था। इकरा-बी पुलिस टीम ( rampur police )के साथ मालगाेदाम चाैराहे पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी।
इसी दाैरान एक स्कॉर्पियों कार काे बेटी इकरा ने रुकवा लिया। इस कार में दाे लाेग सवार थे जिन्हाेंने मास्क नहीं पहना था। इस कार में कादरपुर निवासी शिवचरण कश्यप और उनका चालक रजपुरा निवासी अमित कुमार सवार थे। मास्क ना लगाने पर नामित थानेदार ( छात्रा ) इकरा-बी ने नाम पूछा ताे सपा नेता भड़क गए। इस दाैरान अफसरों के साथ सपा नेता की बहस हाे गई।
इसके बाद मामला गरमाया ताे उनकी कार की तलाशी ली गई। कार में कई डंडे रखे हुए थे। इस पर पुलिस उनकी कार काे थाने ले गई। इस दाैरान सपा नेता का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया और खुद काे जनप्रतिनिधि बताते हुए उन्हाेंने हंगामा कर दिया। इसके बाद पुलिस उन्हे थाने ले गई और दाेनाें के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि बाद में दाेनाें काे थाने से ही जमानत दे दी गई।
शिवचरण कश्यप पर सपा में क्या जिम्मेदारी है यह ताे पता नहीं चल सका लेकिन वह बार-बार खुद काे सपा नेता बताकर पुलिस पर राैब गालिब कर ना चाह रहे थे। एसपी शगुन गाैतम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि कार सवार दाेनाें युवकों ने मास्क नहीं पहना था। चालान काटने के लिए नाम पूछा तो हंगामा कर ने लगे। दाेनाें के खिलाफ सरकार कार्य में बाधा डालने के आराेपाें में मुकदमा दर्ज किया गया है।