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पर्यटकाें को मिलेगी सही जानकारी, अयोध्या का इतिहास बताएंगे प्रशिक्षित टूरिस्ट गाइड दरअसल, रामपुर रियासत के अंतिम नवाब रजा अली खान के पौत्र नवेद मियां के बेटे हमजा मियां की शादी को लेकर नूरमहल को भव्य रूप में सजाया गया। शादी की रस्में शुरू होने से पहले ही दुल्हन आनन्या डागर अपने परिजनों के साथ रामपुर पहुंच गई थी। निकाह की रस्में शुरू करने से पहले कुरानख्वानी हुई। इसके बाद हमजा मियां और शौकत जमानी बेगम का निकाह शिया और सुन्नी मौलाना ने पढ़ाया। निकाह के बाद सभी मेहमानों ने दूल्हा-दुल्हन को मुबारकबाद दी।
बता दें कि निकाह से पहले पूर्व सांसद बेगम नूरबानो, पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान, उनकी पत्नी बेगम यासीन अली खान, बड़े बेटे नवाबजादे कहवान मियां और तमाम मेहमानों के सामने गुरुवार को उबटन और दुल्हन की गोद भराई, मेहंदी, चूड़ी, ढोल छपाई, चौघड़ा की रस्में परंपरागत अंदाज में पूूरी की गईं। इसके बाद शुक्रवार को मौलाना अली मोहम्मद नकवी और मौलाना शाह खालिद खान ने नूरमहल हमजा मियां और शौकत जमानी बेगम का अलग-अलग निकाह पढ़ाया।
नवाब रजा अली खां के लिखे सेहरों की रही गूंज रंग-बिरंगी रौशनी से सराबोर पारंपरिक नूरमहल सजावट देेखते ही बन रही थी। इस दौरान महफिल में उस्ताद सखावत हुसैन के सुरों का जादू भी देखने को मिला। उन्होंने नवाब रजा अली खान के लिखे सेहरे प्रस्तुत किए। बता दें कि हमजा मियां के निकाह में कोरोना काल के चलते नजदीकी रिश्तेदार, मित्र और राजघरानों के प्रतिनिधि को ही बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि दावत-ए-आम का कार्यक्रम जनवरी के पहले सप्ताह में किया जाएगा।