दरअसल पूरा मामला रामपुर के शाही परिवार (Royal family ) की फाेटाे बिना अनुमति प्रयाेग करने का है। नवाबजादी मेहरुलनिसा खान का फोटो चीन के हाेटल ने अपने मीनू कार्ड पर छपवाकर फोटो का बगैर अनुमति व्यापारिक प्रयाेग किया है। हाेटल के इस कारनामे पर काजिम अली खान ने आपत्ति जताते हुए यह नोटिस भेजा है। उनके वकील संदीप सक्सेना का कहना है भारतीय डाक के माध्यम से हमने यह नोटिस भेजा है। नोटिस में लिखी हुई बातों का अगर समय से जवाब नहीं मिलता है तो काजिम अली खान चीन के होटल संचालक समेक अन्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उनके वकील ने यह भी बताया कि नवाब परिवार रामपुर में रहता है। नूर महल में उनकी काफी छवि है, प्रतिष्ठा है। देश-दुनिया में उनके परिवार के लोगों का लोग सम्मान करते हैं। इस फोटो के लगने से उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है। इसी आधार पर उन्हाेंने यह नोटिस भेजा गया है।
चीन के एक होटल में उनकी फोटो को शंघाई के मसाला आर्ट रेस्टोरेंट्स मेनू कार्ड पर प्रिंट किया गया है। इससे पूर्व दिल्ली और मुंबई की कंपनी गुड अर्थ इंडिया ने नवाब रजा अली खान की पत्नी रफत ज़मानी बेगम की तस्वीर को बिजनेस प्रमोशन के लिए प्रयोग किया था। अब नवाबजादी मेहरुलनिसा की तस्वीर क्राफ्ट स्टोर सनत कदा के हैंडबैग पर भी छपी मिली है। पाकिस्तान में एक टीवी शो नौलक्खा में भी रफत जवानी बेगम की तस्वीर का प्रयोग किया गया था। शाही खानदान के लोगों की तस्वीरों के कमर्शियल इस्तेमाल को रोकने की मुहिम में लगे पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां ने इनके खिलाफ भी विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
काजिम अली खान ने कहा है कि शाही खानदान से इजाजत लिए बगैर अपनी दादी और फूफी की तस्वीरों के इस्तेमाल के लिए इन सभी को नोटिस भेजे हैं। शाही खानदान के लोगों की तस्वीरों कमर्शियल यूज करना गैरकानूनी है। फिर उनका प्रयाेग पाकिस्तान में हाे या फिर चीन में हाे। ऐसे लाेगाें के खिलाफ वह आवाज उठाएंगे और कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्हाेंने चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्त्री को भी पत्र भेजकर भी कार्रवाई की मांग की है।