ये वही अधिकारी हैं जिनका वीडियो दिसंबर माह में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जगह-जगह हुए उग्र प्रदर्शन के बीच सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इस वीडियो में वे मुस्लिम युवाओं को किसी भी प्रदर्शन में हिस्सा न लेने और भविष्य को उज्जवल करने की सलाह देते नजर आ रहे थे। अब इन्हें रामपुर की कमान सौंपी गई है। जहां वे जनता से मधुर संबंध बनाने के लिए आफिस में समय बिताने से ज्यादा जिले के कस्बे, गली-मोहल्लों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले उन लोगों के बीच जाकर मिलते नजर आते हैं।
एसपी संतोष कुमार मिश्रा का अंदाज रामपुर में कुछ अलग नजर आ रहा है। वह गली मौहल्लों में जाकर स्कूली बच्चों, बेरोजगार बच्चों, बुजुर्गों से गाँवों के विकास कार्यों को लेकर पनप रही समस्याओं से होने वाली हर छोटी बड़ी चीजों को गम्भीरता से समझने का प्रयास कर रहे हैं। इतना ही नहीं, एसपी संतोष ने चार्ज सम्भालने के तुरन्त बाद ही जिले की पुलिस लाइन से सैकड़ों पुलिस वालों और सीआरपीएफ की पेरामिल्ट्री फोर्स को लेकर नगर के महत्त्वपूर्ण चौराहों, गलियों और नगर की मैन सड़कों पर फ्लैगमार्च करके लोगों से बातचीत की।
एसपी का कहना है कि उन्हें हर थाने-चौकी को चेक करना है। जहां-जहां उन्हें गड़बड़ियां मिली हैं उन जगह पर उनके द्वारा तत्काल एक्शन लिया गया है। उन्होंने जहां-जहां भी दौरा किया है वहां के लोगों और युवाओं से सीधी बात की। उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। साथ ही प्लास्टिक व पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं करने को भी जागरूक किया।