वहीं कोतवाली में भारी संख्या में पहुंचे वकीलों और वहां महिला वकीलों के साथ पहले से मौजूद युवती के बीच फिर से जमकर बहसबाजी शुरू हो गई। जिस पर पुलिस द्वारा दोनों में समझौता कराने की कोशिश भी की गई। लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी। जिसके बाद सैकड़ों वकील एसपी आवास पहुंचे और युवती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिस पर एसपी ने जांच के बाद कार्रवाई का भरोसा दिया।
इस मामले में युवती का कहना है कि क्या मेरे काला कोट पहनने पर पाबंदी है। मैं वकील नहीं हूं तो क्या मेरी कोई इज्जत नहीं है। अगर मैं उनसे ऊंची आवाज में बोल गई तो उन्होंने मेरे साथ ऐसा सलूक क्यों किया। मैं एक लड़की हूं तो मेरी कोई रिस्पेक्ट नहीं है। आरोप लगाते हुए युवती ने कहा कि उन्होंने मुझे मारा है। मेरा कोर्ट उतारा है।
उधर, बार एसोसिएशन अध्यक्ष का कहना है कि वह मेरी बेटी समान है। उनका आरोप निराधार है। वह वकील की ड्रेस में कोर्ट आ जा रही थीं। उसी को लेकर मैंने उनसे पूछा था कि आपका यहां रजिस्टेशन है। अगर है तो बताएं, नहीं है तो बताएं। इस पर वह भड़क गईं और ऊंची आवाज में बात करती हुइ थाने आ गईं। हमने एक तहरीर उसके खिलाफ दी है। आरोप है कि वह बिना वकील बने ही यहां पर वकालत कर रही हैं और लोगो को गुमराह कर रही हैं। वहीं मामले में कोतवाल बीरेंद्र ने बताया कि दोनों तरफ से तहरीर मिली है। जांच की जा रही है। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर मुकदमा लिखा जाएगा।