बता दें कि बाॅलीवुड अभिनेता रजा मुराद रामपुर महोत्सव (Rampur Mahotsav) में शरीक होने पहुंचे थे। उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जेएनयू में बच्चों के पास जाकर उनका मोराल बढ़ाना गुनाह है तो दीपिका पादुकोण सबसे बड़ी गुनाहगार हैं। वह डेमोक्रेटिव देश की शहरी हैं। उन्हें कहीं भी जाने का अधिकार है। उन्होंने वहां पर किसी से बात भी नहीं की है। अब कुछ लोग ये कयास लगा रहे हैं कि वह अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए वहां गई थीं। मैं आपको बता दूं कोई भी अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए आग से नहीं खेलेगा। जेएनयू में बच्चों को नकाबपोशों ने पीटा है। किसी भी तरह की हिंसा करना निंदनीय है, दंडनीय अपराध है। अगर आप उस हिंसा का समर्थन नहीं कर रहें हैं तो जेएनयू में हर इंसान का जाने का हक है।
रजा मुराद ने आगे कहा कि हम अगर आह भी करते हैं तो बदनाम हो जाते हैं। वो कत्ल भी कर दें तो चर्चा नहीं होती। मेरे हिसाब से वहां जाकर दीपिका ने बच्चों के जख्म पर मरहम लगाया है। ये बहुत पुण्य का काम है। मैं इसको बिल्कुल गलत नहीं मानता, लेकिन जो लोग विरोध कर रहें हैं उन्हें भी विरोध करने का अधिकार है। अगर थियेटर में उग्र प्रदर्शन होता है, शीशे तोड़े जाते हैं और मारने की धमकी दी जाती है तो ये लोकतंत्र नहीं है। दीपिका ने वहां जाकर कोई गुनाह नहीं किया है।