उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने गैरकानूनी बताते हुए आजम खान के कार्यकाल में बनाए गए उर्दू गेट को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद प्रशासन ने आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट मौलाना मोहम्मद अली जोहर विश्वविद्यालय के मिनी शिक्षण संस्थान यानी रामपुर पब्लिक स्कूल के खिलाफ कार्रवार्इ करते हुए 22 कमरों को खाली करा दिया था। इस पर जिला प्रशासन ने कहा था कि कमरों पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा किया गया था। प्रशासन ने इन कमरों को रामपुर पब्लिक स्कूल से कब्जा मुक्त कराकर यूनानी अस्पताल को सौंप दिया था। इस कार्रवार्इ को लेकर आजम खान के साथ सपार्इयों में भारी रोष है।
इस संबंध में जहां स्वार विधानसभा से विधायक अब्दुल्लाह आजम ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर जिले के माहौल पर चर्चा की है। अब्दुल्ला ने बताया है कि अखिलेश यादव ने उन्हें अन्याय नहीं होने देने का आश्वासन दिया है। वहीं इसी कड़ी में राज्यसभा के पूर्व सदस्य चौधरी मुनव्वर सलीम ने भी चुनाव आयोग को पत्र भेजकर रामपुर के माहौल से अवगत कराया है। साथ ही कहा है कि माहौल को देखते हुए यहां निष्पक्ष चुनाव होना संभव नहीं है। बता दें कि चौधरी मुनव्वर सलीम आजम खान के बेहद करीबी हैं।