जानिये, कितनी विशालकाय और भव्य है Azam Khan की जौहर यूनिवर्सिटी, जिस पर मचा है राजनीतिक घमासान
खास बातें-
भारत की सबसे अनोखी पानी की टंकी में लोगों के रहने के लिए बनाए गए हैं आवास
तीन हजार बीघा जमीन पर किया गया है यूनिवर्सिटी की भव्य इमारतों के साथ लंबी-चौड़ी सड़कों का निर्माण
18 सितम्बर 2006 को तत्कालीन सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने किया था मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय का शिलान्यास
रामपुर. इन दिनों सपा के कद्दावर नेता एवं रामपुर के वर्तमान सांसद आजम खान (MP Azam Khan) विवादों में घिरे हुए हैं। उनके बचाव के लिए खुद समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मोर्चा खोल चुके हैं तो वहीं ईडी (Enforcement Directorate) ने भी आजम खान से जुड़े मामलों में जांच शुरू कर दी है। कयास लगाए जा रहे है कि किसी भी समय आजम खान की निजी जौहर ट्रस्ट में ईडी का छापा पड़ सकता है। इसी कड़ी में प्रशासन ने जौहर यूनिवर्सिटी के चारों तरफ पुलिस की निगरानी बढ़ा दी है, ताकि यूनिवर्सिटी कैम्पस में हो रही गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा सके। आइये जाने आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर विश्वविद्यालय (mohammad ali jauhar university) में क्या है खास और मचा है राजनीतिक घमासान।
बता दें कि रामपुर तहसील सदर के आलिया गंज निवासी आजम खान के खिलाफ दो दर्जन से ज्यादा किसानों ने जौहर विश्वद्यालय के नाम पर जमीन कब्जाने, धमकाने के मुकदमे दर्ज कराए हैं। वहीं आजम खान के खिलाफ शत्रु सम्पत्ति, नहर विभाग की जमीन कब्जाने, कोसी नदी की जमीन पर नाजायज तरह से पट्टा कराने के आरोप भी लगे हैं। हाल ही में हजारों पुस्तकों और पत्थर के बने दो शेर चुराने का आरोप भी आजम खान पर लगा है। इसके अलावा मदरसा आलिया ओरियंटल काॅलेज के भवन, मुर्तजा काॅलेज सराय गेट समेत करोड़ों के भवनों को मामूली रकम पर लीज पर लेने का आरोप भी है, जिन्हें आजम खान निजी तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- आजम खान को लेकर चल रहे विवाद के बीच अमर सिंह का आया ऐसा बयानविशालकाय और अद्भुत है आजम खान का ड्रीम प्रोजेक्ट मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर तहसील सदर के गांव आलियागंज के पास 18 सितम्बर 2006 में मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय का शिलान्यास तत्कालीन सपा प्रमुख मुलायम सिंह ने किया था। तकरीबन तीन हजार बीघा जमीन पर सपा सांसद आजम खान का निजी ट्रस्ट बना है। यहां करोड़ों रुपये खर्च कर इमारतें बनाई गई हैं। यूनिवर्सिटी कैम्पस में तीन विशाल और भव्य मस्जिदें भी बनाई गई हैं। इसके अलावा कई अलग-अलग फेकल्टीज भवन बने हैं।
इतना ही नहीं यहां लंबी-चौड़ी सड़कों का जाल भी बिछाया गया है। इसके अलावा पानी के कई ओवरहेड टैंक भी बनाए गए हैं। इतना ही नहीं यहां भारत की सबसे अनोखी पानी की टंकी भी बनाई गई है, जिसमें लोगों के रहने के आवास बने हैं। देखने में यह साधारण पानी की टंकी नजर आती है, लेकिन हकीकत में टंकी के बीच में आवास बने हुए हैं।
यह भी पढ़ें- आजम खान का बड़ा बयान, यूपी के इस जिले को दूसरा कश्मीर बनाने की हो रही कोशिशइन दिनों सूनी पड़ी है आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी बता दें कि विवादों से पहले जौहर यूनिवर्सिटी में तमाम स्टूडेंट पढ़ने आते थे। आजम खान खुद भी समय-समय पर यहां आकर छात्रों से बातचीत करते थे। लेकिन, अब न तो आजम ख्रान यहां आ रहे हैं और न ही छात्र-छात्राएं यहां पढ़ने आ रहे हैं। मौजूदा स्थिति यह है कि पूरा यूनिवर्सिटी कैम्पस सूना पड़ा है। यहां अब पुलिस का पहरा है।
इस संबंध में जब यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस ने यहां तीन बार छापा मारा है। इसलिए छात्र-छात्राओं के अभिभावक उनकी सुरक्षा को देखते हुए यहां भेजने से परहेज कर रहे हैं। यही वजह है कि यहां पर सब सूना-सूना सा नजर आ रहा है।
यह भी पढ़ें- rampur Upchunav: डिंपल यादव नहीं बल्कि सपा के इस सांसद की बहू लड़ सकती हैं रामपुर से चुनाव डीएम बोले- सरकारी पैसा सपा सरकार में रहते हुए आजम खान ने निजी ट्रस्ट में लगाया
वहीं इस संबंध में रामपुर जिला अधिकारी आंजनेय कुमार सिंह का कहना है करीब 88 करोड़ रुपये सरकार का पैसा था। उसे आजम खान ने सपा सरकार में रहते हुए अपने निजी ट्रस्ट मौलाना मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण में लगा दिया। उस राशि से भवनों, सड़कों और पानी की टंकियों में लगा दिया। उन्होंने बताया कि जमीन से लेकर जितनी भी इमारतें यहां बनी हैं, उनकी शिकायतों के आधार पर आजम खान दोषी पाए गए हैं। चाहे किसानों की जमीन कब्जा करने का मामला हो या किसानों को धमकाने का मामला हो।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा शत्रु संपत्ति कब्जाने और नदी की जमीन पर कब्जाने आदि के सभी मामलों में कोर्ट से कार्रवाई भी गई हैं। उनका 140 बीघा जमीन का पट्टा निरस्त किया गया है, जो गलत तरह से उन्होंने कैबिनेट में रहते हुए लीज पर लिया था। कोर्ट ने उनका पट्टा निरस्त करते हुए उन पर करोड़ों रुपए का जुर्माना भी लगाया है। साथ ही सरकारी संपत्ति पर उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी का गेट भी बनाया है, जिसे तोड़ने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही उनका हमसफर रिसोर्ट है, जो एक हजार गज जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है। इन सब चीजों को लेकर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। जांच की जा रही है बहुत जल्द इन पर ईडी शिकंजा कसेगी।
आजम अब्दुल्ला बोले- शासन प्रशासन ढा रहा जुल्म, वक्त आने पर देंगे मुंहतोड़ जवाब रामपुर सांसद आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम ने कहा कि ये सभी मुकदमे राजनीतिक द्वेष भावना से करवाए जा रहे हैं। हमने न तो सरकारी जमीन पर कब्जा किया है और न ही किसानों को धमकाया है। किसानों की जमीन का पैसा चेक से दिया गया है। हमने किसी की जमीन को नहीं छीना है। शासन-प्रशासन शिक्षण संस्थान को बर्बाद करने के लिए जुल्म ढा रहा है। समय आने पर इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।