आजम खान ने कहा कि रामपुर में इस बार निष्पक्ष चुनाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यहां दहशत का माहौल बनाया जा रहा है। वहीं उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा यह पहला मामला नहीं है जब समाजवादी पार्टी आैर जिला प्रशासन में टकराव हुआ हो। जबसे नए अधिकारी रामपुर आए हैं तब से दो बार यहां बिना डिक्लेयर कर्फ्यू लगा है। हमारे स्कूल के छात्रों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है। स्कूल के पांच-पांच साल के बच्चों को घसीट-घसीटकर बाहर निकाला गया है, जो गैरकानूनी है। हम इसकी निंदा करते हैं।
सपा नेता आजम खान ने आगे कहा कि मैं बहुत बच रहा हूं, ताकि यहां दंगा न हो आैर चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो जाए। वहीं किसी का नाम लिए बगैर आरोप लगाते हुए कहा कि एक ऐसा अधिकारी आया है, जिसने आने के बाद कुछ दिनों में यहां पर उर्दू गेट गिरा दिया। यूनिवर्सटी के बिजली घर की दीवार गिरा दी। आरपीएस की दीवार गिराने पहुंचे और इमारत पर कब्जा कर लिया। अगर यहां कब्जे की शिकायत थी तो जिलाधिकारी या सरकार को प्रोसेस के तहत कार्रवार्इ करनी चाहिए थी। सिविल की कार्यवाही में क्रिमिनल फोर्स शामिल नहीं किया जाता। यह 99 साल की लीज पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब एक भाजपा नेता को जिताने के लिए प्रशासन की आेर से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज जिस स्कूल के 22 कमरों पर जिला प्रशासन ने कब्जा लिया है। यह मामला हाईकोर्ट में हैं आैर कल इसकी सुनवाई है, लेकिन उससे पहले ही प्रशासन ने कर्फ्यू लगाकर कब्जा कर लिया।
बता दें कि प्रशासन ने कार्रवार्इ के दौरान चारों और से मदरसा आलिया की इमारत को पुलिस बेरिकेटिंग लगाकर घेर लिया गया था। जैसे ही सपाइयों को पता चला तो वे सड़क पर ही बैठ गए। लोग अपनी-अपनी दुकानें बंद करके घर जाने लगे। हालांकि इसके बाद सपा नेता आजम खान ने सपा समर्थकों को पार्टी कार्यालय बुला लिया आैर उन्हें जैसे-तैसे समझाया। वहीं आजम खान ने इस दौरान अपने पार्टी कार्यालय रामपुर में मीडया से मुखातिब होते हुए जिला प्रशासन पर बेहद संगीन आरोप लगाए। साथ ही इसकी शिकायत भारत निर्वाचन आयोग से करने की बात कही।