मॉनिटरिंग सिस्टम को किया जाएगा सख्त
नए टेण्डरों में पुरानी शर्तो को हटाकर कुछ नई शर्ते जोड़ी गई है। इसमें घर-घर कचरा संग्रहण करने वाले टैम्पो पर जीपीएस लगाकर उसकी मॉनिटरिंग पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए नगर परिषद में दो कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जाएगी, जिससे वह इस बात का ध्यान रखेंगे कि किस गली अथवा घर से कचरा नहीं लिया गया है। इसके साथ ही गीला और सूखा कचरे को अलग-अलग करने के लिए गतिविधियां संचालित करने आदि की शर्तो को शामिल किया गया है।
15 से 20 टन प्रतिदिन निकल रहा कचरा
नगर परिषद क्षेत्र में ठेकेदार फर्म की ओर वर्तमान में करीब १५ ऑटो ट्रीपर से कचरा संग्रहण किया जा रहा है। इसमें ठेकेदार फर्म के छह ऑटो एवं एक कचरा एकत्र करने वाली बाइक शामिल है, जबकि नगर परिषद के दस ऑटो किराए पर ले रखे हैं। नगर परिषद क्षेत्र में प्रतिदिन 15 से 20 टन के बीच कचरा संग्रहण हो रहा है।
सिटीजन एप पर अपलोड कर सकेंगे फोटो अपलोड
नए टेण्डर की शर्त में संबंधित फर्म को सिटीजन एप डवल्प करना होगा। इसमें शहरवासी सफाई नहीं होने अथवा कचरा नहीं उठने, टैम्पों के नहीं आने की सूचना दे सकेंगे। उसकी सूचना पर संबंधित फर्म को तुरंत कार्रवाई करने की शर्त मुख्य रूप से होगी।
फर्म का कार्यकाल पूरा होने पर फिर किए टेण्डर
वर्तमान में घर-घर कचरा संग्रहण करने वाली फर्म का अक्टूबर में कार्यकाल पूरा हो गया। इसके चलते नए टेण्डर आमंत्रित किए गए हैं। नए टेण्डरों में आरएफआईडी लगाने सहित कई शर्तो में शिथिलता दी गई है। घर-घर कचरा नियमित और प्रतिदिन हो इसके लिए कुछ नवाचार किए जाएंगे।