भामाशाओं से लिया सहयोग
भामाशाओं के सहयोग से विद्यालय में खेल मैदान में झूले एवं फिसल-पट्टी लगवाई गई। भव्य स्कूल गेट बनवाया, वहीं शौचालय को साफ-सुथरा टाइल्सयुक्त बनाया गया। विद्यालय के शिक्षकों ने भी रंग करने व साफ-सफाई से लेकर हर कार्य में प्रधानाचार्य के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया। इतना ही नहीं, नवाचार करते हुए बालकों का आईक्यू लेवल बढ़ाने एवं उन्हें तकनीकी से जोडऩे के लिए डिजिटल गेम्स और डिजिटल क्विज, विद्यार्थियों को खेल-खेल में शिक्षा की जानकारी पाठ्यक्रम आधारित दी जा रही है।इन भामाशाहों ने दिया 4 लाख का सहयोग
भामाशाह बालूराम, प्रभुलाल बुनकर, महेंद्र सिंह राठौड़, किशन सिंह राठौड़, किशनलाल, पन्नालाल सुथार ने दिया।इन शिक्षकों का स्मार्ट क्लास में योगदान
शिक्षक भवरपुरी गोस्वामी, मोहित मीणा, आसाराम मीणा, बिदेंश कुमार, राकेश बिजरणिया, रमेशलाल गुर्जर, दिनेशचंद कुमावत, रिछपाल, भगवत सिंह ने अपनी तनख्वाह में से आर्थिक सहयोग देकर प्रोजेक्टर लगवाया।और भी नवाचार किए जा रहे हैं
विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए डिजिटल शिक्षा के कई नवाचार किए जा रहे हैं। समय-समय पर यूट्यूब के माध्यम से ऑडियो-वीडियो कंटेंट्स विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। खेल-खेल में डिजिटल शिक्षण से विद्यार्थियों को आनंद आता है। उनका आत्मविश्वास बढ़ रहा हैरामजीवन फड़ोदा, प्रधानाध्यापक, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, सिरोड़ी