रतनलाल को मई में जिला चिकित्सालय व कई सरकारी दफ्तरों से लगातार फोन आना शुरू हो गए। रतनलाल के फोन नम्बर पर बताया गया कि उसकी मौत हो चुकी है। रतनलाल ने हर कॉल पर सफाई देते हुए कहा कि साहब! मैं जिंदा हूं एवं स्वस्थ हूं। चिकित्सा विभाग ने कोरोना संक्रमण से हुई मृत्यु को लेकर जारी 62 लोगों की सूची में 29वां नाम रतनलाल लोहार निवासी फरारा लिख दिया। उसके कॉलम में मोबाइल नम्बर अंकित है तथा उम्र 35 वर्ष लिखी है। रतनलाल को 22 अपे्रल को आरके जिला चिकित्सालय में भर्ती होने, 27 को रिपोर्ट पॉजिटिव आने तथा 28 अप्रेल को मृत्यु होने का उल्लेख किया।
डेढ़ माह में चिकित्सालय, सरकारी विभागों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के अनगिनत फोन आ गए हैं। उसके परिवार में मां, पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं, जो साथ रहते हैं। रतनलाल लगातार फोन आने से काफी परेशान है। परिवार के सदस्यों को इस बारे में अब तक इसलिए नहीं बताया है, क्योंकि वे भी परेशान होने लगेंगे। घर-परिवार के लोगों को इस परेशानी का पता नहीं चल जाए, इसलिए रतनलाल हमेशा फोन अपने साथ ही रखते हैं। जब भी फोन आता है, वह खुद ही इसकी सफाई देते हैं। फरारा के उप स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत चिकित्साकर्मी, ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों एवं कर्मचारियों को भी खुद के जिन्दा होने की बात कई बार बता चुके हैं।
रतनलाल लोहार, निवासी फरारा
लाल सिंह झाला, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत, फरारा
डॉ. प्रकाशचन्द्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, राजसमंद