राज्य सरकार के गुरुवार 17 दिसम्बर को दो साल पूरे होने के मौके पर हर तरफ सरकारी योजनाओं का बखान हो रहा है लेकिन इसके ठीक एक दिन पहले बुधवार को जिला पंचायत कार्यालय में ऐसी तस्वीर दिखी जिसने योजनाओं की जमीनी हकीकत की पोल खोलकर रख दी। जिले के डोंगरगांव क्षेत्र के आसरा पंचायत के ग्रामीणों ने सरकार की गोबर खरीदने की योजना को पूरी तरह फ्लाप बताते हुए कहा कि पंचायत में गोबर खरीदा नहीं जा रहा है और इसी के चलते वे यहां पहुंचे हैं।
छत्तीसगढ़ शासन ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना के तहत गोधन न्याय योजना लागू की है, जिससे गौ-पालन को बढ़ावा मिलने के साथ ही गोबर को फेंकने की समस्या दूर करने और स्वच्छ वातावरण स्थापित करने सहित गौ-पालकों अतिरिक्त आमदानी के उद्देश्य से इस योजना की शुरुआत की गई है। कुछ क्षेत्रों में इस योजना का सफलता क्रियान्वयन नहीं हो रहा। यही कारण है कि सिर पर गोबर लेकर अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन कर आसरा पंचायत के ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ के नाम ज्ञापन सौंपा है और जल्द से जल्द गांव में गोबर खरीदी शुरू कराने की मांग की है।
राजनांदगांव जिले के आसरा पंचायत के ग्रामीण आज सिर पर गोबर से भरा टुकना लेकर जिला पंचायत पहुंचे। आसरा पंचायत के ग्रामीण दीपक वैष्णव का कहना है कि गौठान में लगभग दो माह से गोबर खरीदी बंद है, ऐसे में शासन की गोधन न्याय योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है। तनुजा सलाम, सीईओ जिला पंचायत ने बताया कि वीसी में होने की वजह से मैं कार्यालय में नहीं थी। ग्रामीणों की शिकायत के संबंध में जानकारी लेकर व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।